रायपुर 21 सितंबर। वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि कवर्धा के लोहारीडीह गांव में तीन-तीन हत्या होने की घटना ने पूरे प्रदेश को झकझोर दिया है पूरी मानवता शर्मसार हो गयी है।
श्री बघेल ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि इस मामले में जेल में बंद जो कैदी है उनके साथ अमानवीय व्यवहार किया गया है, न बैठ पा रहे है, न चल पा रहे है या जो महिला जेल में बंद है या जो कवर्धा जेल में बंद है पुरुष उसकी बात कर रहे है। इस बात को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी में बंद का आवाहन किया था और बहुत सफल रहा, जो संदेश देना था वो सफल रहा।
उन्होने कहा कि इसघटना के सिलसिले में एसपी, कलेक्टर, डीएसपी को हटाया गया और रेंगाखार थाना से पूरे स्टाफ को बदल दिया गया। सरकार पहले इसे आत्महत्या की घटना बता रहे थी। अब सरकार ने स्वीकार कर लिया की ये सरकार की नाकामी है। इसमें 2 से 3 तीन बाते है, पहला हम लोगों ने कवर्धा जेल में जाकर के लोहाराडीह के लोगो से मुलाकात करें। दुर्ग जेल में भी आवेदन लगाया और हम लोगों को उनसे मिलने से रोक दिया गया। जबकि हमारे कांग्रेस के सारे विधायक थे और साथ ही प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष दीपक बैज और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष धनेन्द्र साहू भी थे, लेकिन मिलने की अनुमति नहीं मिली।
श्री बघेल ने लोहारीडीह के जेल में बंद लोगो को अस्पताल में भर्ती कराये जाने और उन सभी के पूरे शरीर की जांच कराये, जो बहुत सारी चोटे है वो बाहरी दिखाई दे रहे है और जो बहुत सी चोटे अदरूनी है। क्योंकि बेतहाशा मारे है डंडे से मारे है, पट्टे, लात घूसे से मारे है उससे अदरूनी चोट भी हो सकते है। इसलिये इन सब का पूरे बॉडी का चेकअप कराना चाहिए और प्रॉपर इलाज मिलना चाहिए ।दूसरी डिमांड यह है कि मेडिकल जांच के बाद इंक्वायरी होनी चाहिये, न्यायिक जांच होना चाहिए, इसमें एसडीएम क्या जांच करेगा अपने कलेक्टर के खिलाफ, अपने एसपी सीनियर अफसर के खिलाफ क्या जांच करेगा ? इसमें न्यायिक जांच होनी चाहिये। तीसरी बात यह है कि जो मृतक परिवार है प्रशांत साहू उनकी पत्नी की पहले से मृत्यु हो चुकी है। आठ साल का एक लड़का है और अब कोई नहीं है उनकी व्यवस्था होनी चाहिये।