दुर्ग में जामुल थाना पुलिस ने ऑक्सीजन सिलेंडर की चोरी करने वाले गिरोह के 10 लोगो को गिरफ्तार किया है। वहीं, दो अन्य आरोपी फरार बताए जा रहा है। जिनकी तलाश में पुलिस जुटी है। पुलिस ने आरोपियों के पास से 103 ऑक्सीजन सिलेंडर बरामद किए हैं।
जामुल थाना प्रभारी कपिल देव पांडेय ने बताया कि प्रार्थी ने शिकायत दर्ज कराई कि उसकी जामुल में ऑक्सीजन सिलेंडर रिफलिंग की कंपनी है। जहां से पिछले कई महीने से लगातार ऑक्सीजन सिलेंडर चोरी हो रहे हैं। शिकायत के आधार पर पुलिस जांच में जुट गई थी। जांच के दौरान मुखबिर से सूचना मिली कि चोरी में कंपनी का एक कर्मचारी ड्राइवर घटना में शामिल है। जिसके बाद दोनों को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ करने पर उसने अन्य साथियों के साथ मिलकर ऑक्सीजन सिलेंडर की चोरी करने की बात स्वीकार की। जिसके बाद पुलिस ने कर्मचारी, ड्राइवर समेत 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
पकड़े गए आरोपियो ने पुलिस को बताया कि कंपनी से ऑक्सीजन सिलेंडर चोरी करने के बाद बाजार से कम कीमतों पर रायपुर के व्यापारी ज्ञानेन्द्र गुप्ता उरला रायपुर को बेचते थे और व्यापारी चोरी के सिलेंडर को अस्पतालों में खपाता था। आरोपियो ने पिछले तीन महीने से धीरे-धीरे करके सिलेंडर चोरी की घटना को अंजाम देते थे। लेकिन आरोपी कर्मचारी और ड्राइवर ने कंपनी से एक दिन अचानक 17 सिलेंडर स्टॉक से गायब हो गए। जिसके बाद पुलिस ने शिकायत दर्ज कराई गई।
पुलिस ने इस मामले में ज्ञानेन्द्र गुप्ता, पंचराम यादव, चैन सिंह देवांगन, रविशंकर यादव, नकुल विश्वकर्मा, मुन्नालाल मारकंडे, अरुण पटेल, नरेश कुमार, राकेश पाल और सोनू शर्मा को गिरफ्तार किया है पुलिस ने इनके पास चोरी के 103 ऑक्सीजन सिलेंडर बरामद किए है। जिसकी कीमत 2 लाख 32 हजार बताई जा रही गई है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों द्वारा 10 हजार के सिलेंडर को महज 200 रुपए में बेचते थे और व्यापारी के द्वारा ऑक्सीजन सिलेंडर में अधिक कीमतों पर अस्पतालों को किराए पर देता था। पकड़े गए आरोपियों ने अब तक 2 लाख से अधिक रुपए कमाए थे।