कैबिनेट सचिवालय की ओर से इस मीटिंग को लेकर लेटर जारी किया जा चुका है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में बिहार कैबिनेट की बैठक 22 दिन बाद हो रही है। इसमें कई मुख्य प्रस्तावों पर मुहर लग सकती है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उपचुनाव के वोटिंग के बाद मंत्रियों की विशेष बैठक बुलाई। बैठक में सरकारी कर्मचारियों के महंगाई भत्ता के इजाफे के प्रस्ताव पर मुहर लगाने की सूचना मिल रही है। यानी अब सरकारी कर्मियों और पेंशनरों के महंगाई भत्ता में 3 फीसदी की बढ़ोतरी हो गई। इसका लाभ 1 जुलाई 2024 से मिलेगा और कर्मियों को तीन महीने का एरियर भी मिलेगा। इस इजाफे के बाद टोटल डीए 53% हो जाएगा। फिलहाल 49% महंगाई भत्ते का लाभ दिया जा रहा है।
एक साल में दो बार महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी करती है सरकार
बताया जा रहा है कि तीन फीसदी डीए का लाभ सातवें वेतनमान के कर्मियों को मिलेगा। राज्य में सातवें वेतनमान में लगभग छह लाख कर्मचारी हैं। सरकारी स्कूलों में भी शिक्षकों की संख्या करीब पांच लाख हैं, जबकि पेंशनधारियों की संख्या चार लाख है। सरकार एक साल में दो बार महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी करती है।
यह एक जनवरी और एक जुलाई से प्रभावित होता है। दरअसल, 16 अक्टूबर को पीएम मोदी ने केंद्र सरकार के कर्मचारियों के तीन फीसदी डीए का एलान किया था। इसके बाद माना जा रहा था कि सीएम नीतीश कुमार दीपावली और छठ से पहले राज्यकर्मियों को डीए का लाभ देने का एलान कर दे। 22 अक्टूबर को कैबिनेट की मीटिंग हुई लेकिन इस प्रस्ताव पर मुहर नहीं लगी।