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भोपाल में निकली संविधान दिवस पदयात्रा, मंत्री विश्वास सारंग बोले- देश का संविधान धर्मग्रंथ

भारतीय संविधान के 75 वर्ष पूर्ण होने पर भोपाल में संविधान दिवस पदयात्रा निकाली गई। इसमें खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास कैलाश सारंग और अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री कृष्णा गौर समेत अनेक नेता व कार्यकर्ता शामिल हुए। शौर्य स्मारक पर आयोजित कार्यक्रम में सारंग ने कहा कि हमारे देश का संविधान ही धर्मग्रंथ है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का साधुवाद करते हुए कहा कि संपूर्ण देश में आज संविधान दिवस पर पदयात्रा का आयोजन कर हम सबको प्रेरणा दी कि आज हम आजाद हिंदुस्तानी के नाते लोकतंत्र में जी रहे हैं। 

मंत्री सारंग ने कहा कि वर्षों की गुलामी के बाद हजारों क्रांतिकारियों की कुर्बानी के बाद से हमें आजादी मिली है। आजादी के बाद किस व्यवस्था के तहत कार्य होगा। हमारा संविधान, नियम, कायदें क्या होंगे इसको लेकर गहन चिंतन हुआ और बाबा साहेब के नेतृत्व में संविधान सभा में संविधान बनाया गया। बाबा साहेब के प्रति कृतज्ञता और नमन करते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने सबसे बड़े लोकतंत्र का संविधान बनाया। आज के ही दिन वर्ष 1949 में यह संविधान बनकर तैयार हुआ और 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ। आज हम सब संविधान भावनाओं को संकल्प के रूम में ग्रहण करके आजाद हिंदुस्तान को शक्तिशाली हिंदुस्तान बनाने के संकल्प के साथ पद यात्रा में शामिल हो रहे हैं। यह शौर्य स्मारक शूरवीरों की शहादत का प्रतीक है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव का संदेश सुनाया

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का रिकार्डेड संदेश भी सुनवाया गया। साथ ही संविधान की प्रस्तावना का वाचन और राष्ट्रगान भी हुआ। पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कृष्णा गौर, विधायक रामेश्वर शर्मा और भगवानदास सबनानी भी कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम की शुरूआत में अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन कर बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर, भारत माता एवं सरदार वल्लभ भाई पटेल के चित्र पर पुष्पाजंलि अर्पित की। संविधान की प्रतिकृति को नमन कर संविधान दिवस पदयात्रा की शुरूआत की गई। संविधान दिवस पदयात्रा शौर्य स्मारक से आरंभ होकर बोर्ड ऑफिस चौराहे पर अंबेडकर जी की प्रतिमा की परिक्रमा और नमन के साथ माल्यार्पण कर पुन: शौर्य स्मारक पर आगमन के साथ समाप्त हुई।