राजधानी में सोमवार को भी लोगों ने धूप में गर्माहट महसूस की। रविवार के मुकाबले दिन के पारे में बढ़ोतरी रही। दक्षिणी-पश्चिमी हवाओं के असर से मौसम में रूखापन रहा। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह का कहना है कि अगले 48 घंटों में लखनऊ के तापमान और मौसम में कोई बड़ा बदलाव दिखने के आसार नहीं है। ऐसे में दिन में गुनगुनी धूप रहेगी। दो दिन के बाद नए बने वेदर सिस्टम के केरल की ओर शिफ्ट होने से राजधानी के तापमान में गिरावट देखने को मिलेगी।
सोमवार को दिन का तापमान 0.7 डिग्री की उछाल के साथ 28.7 डिग्री और रात का न्यूनतम तापमान 0.1 डिग्री की गिरावट के साथ 11.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। उधर, शहर के छह वायु प्रदूषण मापक स्टेशनों में से अलीगंज और लालबाग पर सोमवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक लाल श्रेणी में रहा। बच्चों, बुजुर्गों और सांस के रोगियों के लिए ऐसी हवा बेहद खराब मानी जाती है। गोमतीनगर, बीबीएयू और कुकरैल की हवा मध्यम श्रेणी में दर्ज हुई।
इस बार पड़ेगी कम सर्दी
मौसम विभाग के मुताबिक यूपी में 124 वर्षों के दौरान इस साल नवंबर सबसे गर्म रहा। विभाग का पूर्वानुमान है कि इस बार दिसंबर और जनवरी का न्यूनतम व अधिकतम तापमान भी सामान्य से ज्यादा रहने के आसार हैं। दिसंबर में बारिश की संभावना नहीं है। इससे पहले अक्तूबर में भी गर्मी का रिकॉर्ड बना था।
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि दिसंबर में पश्चिमी विक्षोभ और बारिश के आसार न होने से दिन और रात का तापमान सामान्य से ज्यादा रहेगा। मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 1901 से 2024 के बीच इस साल नवंबर में न्यूनतम व अधिकतम तापमान का औसत बीते 124 वर्षों के दौरान सबसे ज्यादा रहा। इस बार दिसंबर में ठंड भी सामान्य से कम होने का अनुमान है। शीतलहर के दिनों की संख्या भी औसत से रहने के आसार हैं।