दिल्ली के वसंत विहार में चिन्मया स्कूल में छठी कक्षा के छात्र प्रिंस की संदिग्ध हालात में मौत के बाद परिजन हंगामा कर रहे हैं। परिजन प्रिंस के शव को लेकर स्कूल के बाहर पहुंच गए हैं और प्रदर्शन कर रहे है। विधायक और पार्षद भी साथ हैं।
वसंत विहार के कुसुमपुर पहाड़ी में रहने वाले छात्र प्रिंस के परिजनों ने साजिश का अंदेशा जताया है। दक्षिण-पश्चिमी जिला पुलिस को संदेह है कि उसकी मौत दौरा पड़ने से हुई होगी। हालांकि, परिवार ने साजिश का आरोप लगाते हुए दावा किया है कि प्रिंस को उसके सहपाठी ने पीटा था। जिले की वसंत विहार थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है।
दक्षिण-पश्चिमी जिला पुलिस उपायुक्त सुरेंद्र चौधरी ने बताया कि वसंत कुंज के फोर्टिस अस्पताल से मंगलवार सुबह 10.15 बजे सूचना मिली कि प्रिंस को मृत अवस्था में लाया गया था। शुरुआती जांच के बाद पुलिस का बयान आया है कि शव की जांच और जांच करने पर पता चला कि शरीर पर कोई चोट के निशान नहीं थे, लेकिन उसके मुंह से झाग जैसा कुछ निकल रहा था। डॉक्टरों ने मौखिक रूप से सुझाव दिया कि लड़के को ऐंठन से संबंधित बीमारी हो सकती है, लेकिन जांच कार्रवाई चल रही है। स्कूल के छात्रों और शिक्षकों से पूछताछ की जा रही है। इसके बाद ही जरूरी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
वसंत विहार सोसाइटी में सीवर लाइन वर्कर के रूप में काम करने वाले प्रिंस के पिता सागर का कहना है कि उनके बेटे का कोई मेडिकल इतिहास नहीं था और जब उन्होंने उसे स्कूल में छोड़ा था, तब वह पूरी तरह से स्वस्थ था। वह फुटबॉल भी खेलता था और एक अच्छा खिलाड़ी था। वह अंतर-विद्यालय टूर्नामेंट में भाग लेता था और उसने कई पदक जीते थे।
स्कूल और पुलिस की थ्योरी में कुछ गड़बड़ है। पिता ने दावा किया कि कुछ छात्रों ने उन्हें बताया कि प्रिंस का एक सहपाठी के साथ झगड़ा हुआ था। इस दौरान वह गिर गया और फिर स्कूल के शिक्षक उसे अस्पताल ले गए। उसे पहले होली एंजल्स अस्पताल ले जाया गया और बाद में फोर्टिस अस्पताल रेफर कर दिया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पिता ने छोड़ा था
पिता सागर ने आगे कहा कि उन्होंने काम पर जाने से पहले अपने बेटे को स्कूल में छोड़ा था। उन्होंने बताया कि उनके पास सुबह 9.45 बजे स्कूल से फोन आया कि उनके बेटे को चोट लग गई है। इसके बाद जब वह अस्पताल पहुंचा तो वह पहले ही मर चुका था।
बड़ा भाई दूसरे स्कूल में पढ़ता है
प्रिंस सागर के दो बेटों में छोटा था। उसका बड़ा भाई प्रियांशु दूसरे निजी स्कूल में आठवीं कक्षा में पढ़ता है। प्रिंस के चाचा विनीत ने घटना के दौरान उसके क्लास टीचर और अन्य स्टाफ की अनुपस्थिति पर सवाल उठाए। घटना के बारे में स्कूल की ओर से कोई मंगलवार शाम तक बयान नहीं आया था।
परिजनों ने किया हंगामा
मृतक बच्चे के परिजन और रिश्तेदार चिन्मय विद्यालय के बाहर काफी संख्या में एकत्रित हो गए थे। परिजन व रिश्तेदार आदि स्कूल प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी लगा रहे थे। स्कूल के गरमाते माहौल को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया था।
मां ने लगाए आरोप
प्रिंस की मां को स्कूल के अंदर ले जाया गया था। जब वह बाहर आई उनका रो-रो के बुरा हाल था। बाहर आने के बाद उन्होंने आरोप लगाया कि उसके बच्चे को मारा गया है और उसे इंसाफ चाहिए। प्रिंस की मौत की असल वजह क्या है इसको लेकर दिल्ली पुलिस जांच कर रही है। उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया गया है।