1 जनवरी से साल बदल रहा है। अब हम 2024 से 2025 में जा रहे हैं। नए साल के साथ कई नियमों में भी बदलाव होंगे, जिनका सीधा असर आपकी जेब पर पड़ेगा। इनमें एलपीजी सिलेंडर की कीमतों से लेकर यूपीआई भुगतान के नए नियम शामिल हैं। आइए इनके बारे में विस्तार से जानते हैं।
एलपीजी सिलेंडर के दाम
सरकारी तेल कंपनियां हर महीने की पहली तारीख को एलपीजी सिलेंडर की कीमतों की समीक्षा करती हैं। उन्हें इंटरनेशनल मार्केट के हिसाब से कीमतों में बदलाव की छूट है। पिछले कुछ समय से अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम बढ़ रहे हैं। इससे तेल कंपनियां एलपीजी सिलेंडर का दाम बढ़ा सकती हैं। घरेलू सिलेंडर (14.2 किलोग्राम) के दाम में कई महीनों से कोई बदलाव नहीं हुआ है। फिलहाल दिल्ली में घरेलू सिलेंडर का दाम 803 रुपये है।
फिक्स्ड डिपॉजिट के नियमों बदलाव
1 जनवरी से नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनियों (NBFC) और हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों (HFC) के फिक्स्ड डिपॉजिट के नियम बदलेंगे। आरबीआई ने अब एफडी कराने को वालों को अपने मैच्योरिटी से पहले निकालने के बारे में राहत दी है। साथ ही, नॉमिनी से जुड़े नियमों में भी बदलाव हुआ है।
जीएसटी नियम अब होंगे सख्त
टैक्सपेयर्स के लिए 1 जनवरी से कंप्लायंस रूल सख्त हो जाएंगे। इसमें कई बदलाव हो रहे हैं, जिसमें से सबसे महत्वपूर्ण मल्टी-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (MFA) है। यह पहले सिर्फ उन्हीं कारोबार पर लागू होती थी, जिनका सालाना कारोबार 20 करोड़ रुपये या इससे अधिक होता था। लेकिन, अब इसे धीरे-धीरे जीएसटी पोर्टल तक पहुंचने वाले सभी टैक्सपेयर्स के लिए लागू किया जाएगा। इसका मकसद सिक्योरिटी बढ़ाना है।
UPI 123Pay की ट्रांजैक्शन लिमिट
1 जनवरी, 2025 से UPI 123Pay के लिए लेनदेन सीमा बढ़ा दी जाएगी। पहले अधिकतम लेनदेन सीमा 5,000 रुपये थी। आरबीआई ने इसे 1 जनवरी, 2025 से बढ़ाकर 10,000 रुपये कर दिया है।
किसानों को बिना गारंटी ज्यादा लोन
RBI ने किसानों को भी राहत दी है। 1 जनवरी, 2025 से किसान बिना गारंटी 2 लाख रुपये तक का लोन ले सकेंगे। पहले यह लिमिट 1.60 लाख रुपये थी।
बीएसई और एनएसई के नियम
1 जनवरी 2025 से Sensex, Bankex और Sensex 50 की मंथली एक्सपायरी बदलाव होगा। अब मंथली एक्सपायरी हर महीने के आखिरी मंगलवार को हुआ करेगी। वहीं, सेंसेक्स के साप्ताहिक अनुबंध शुक्रवार के बजाय हर हफ्ते के मंगलवार को खत्म होंगे।
कारों के बढ़ जाएंगे दाम
1 जनवरी से 2025 से कई कारों को खरीदना महंगा हो जाएगा। मारुति सुजुकी, टाटा मोटर्स, हुंडई, महिंद्रा, होंडा और किआ जैसे कई बड़े ऑटो मेकर ने अपनी गाड़ियों की कीमत में 2 से 4 फीसदी की वृद्धि का एलान किया है। मर्सिडीज-बेंज, ऑडी और BMW जैसे लग्जरी ब्रांड भी अपनी गाड़ियों के दाम बढ़ाएंगे। कंपनियों के मुताबिक, वे कच्चे माल की लागत बढ़ने और डॉलर के मुकाबले रुपये के कमजोर होने से दाम बढ़ा रही हैं।