दुर्ग 30 दिसम्बर।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि प्रदेश में 13 दिसम्बर 05 के पूर्व काबिज पात्र वनवासियों को वन अधिकार मान्यता पत्र (पट्टा) दिए जाएंगे। यह पट्टे व्यक्तिगत एवं सामुदायिक रूप से काबिज पात्र वनवासियों को मिलेंगे।
श्री पटेल ने दुर्ग जिले के पाटन में शहीद वीर नारायण सिंह जयंती समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि स्वतंत्रता के साथ ईमानदारी और मेहनत से जीवनयापन करने वाले आदिवासी समाज को उनका अधिकार दिलाया जाएगा। पूर्व प्रधानमंत्री डा.मनमोहन सिंह की सरकार ने वनवासी क्षेत्र में वर्षों से काबिज आदिवासियों को पट्टे देने का निर्णय लिया था, लेकिन कई वनवासी परिवारों को उनका अधिकार नहीं मिल पाया है। इन परिवारों को उनका अधिकार दिलाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में पात्र वनवासियों को व्यक्तिगत एवं सामुदायिक दावों के पट्टे प्रदान किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि अन्नदाता किसानों का कृषि ऋण माफ किया जा रहा है।प्रदेश के साढ़े तीन लाख से अधिक किसानों का 1248 करोड़ रूपए का कर्ज माफ किया जा चुका है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि हमने जन घोषणा पत्र में जो वादे किए थे, उसे पूरा किया है।
श्री बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ के महान सपूत शहीद वीर नारायण सिंह ने छत्तीसगढ़ की गरीब जनता जो भूख और अकाल से पीड़ित थी, उनके लिए अंग्रेजों से लोहा लेते हुए अनाज के भण्डार खोल दिया। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी झांसी की रानी और मंगल पाण्डे की तरह ही वीर नारायण सिंह का नाम भी स्वर्ण अक्षरों में लिखा गया है। छत्तीसगढ़ में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की जब भी चर्चा होती है तो सबसे पहले प्रथम शहीद वीर नारायण सिंह का स्मरण किया जाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पाटन क्षेत्र में विकास की कमी नहीं होने दी जाएगी।