नई दिल्ली 02 जनवरी।वित्तमंत्री अरुण जेटली ने राफाल लड़ाकू विमान सौदे के बारे में राहुल गांधी के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि राहुल गांधी लगातार दुष्प्रचार कर रहे हैं।श्री जेटली ने सौदे की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति(जेपीसी) के गठन की मांग भी ठुकरा दी।
श्री जेटली ने आज लोकसभा में राफाल सौदे पर चर्चा में हस्तक्षेप करते हुए राहुल गांधी के आरोपों को मनगढंत बताते हुए कहा कि यूपीए सरकार के दौरान हुए सौदे की तुलना में मूल लड़ाकू विमान की कीमत नौ प्रतिशत और हथियारों से सुसज्जित लड़ाकू विमान की कीमत 20 प्रतिशत कम है। उन्होंने कहा कि सौदा तय करते समय सभी आवश्यक प्रक्रियाओं को पूरा किया गया तथा उच्चतम न्यायालय ने अपने फैसले में इसे सही माना है। श्री जेटली ने सौदे की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति(जेपीसी) के गठन की मांग ठुकरा दी।
वित्तमंत्री ने यूपीए पर देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने का भी आरोप लगाया। श्री जेटली ने कहा कि इससे पहले भी श्री गांधी ने अपने और फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति के बीच बातचीत की मनगढंत कहानी गढ़ी थी।उन्होने कहा कि कांग्रेस पार्टी के मुख्य वक्ता को सुनकर देश को निराशा हुई हैं क्योंकि उन्होंने उच्चतम न्यायालय के फैसले को झुठला दिया है।
भोजनावकाश के बाद चर्चा शुरू करते हुए श्री गांधी ने कहा कि उन्होंने खरीद प्रक्रिया, मूल्य निर्धारण तथा राफल सौदे में संरक्षण के बुनियादी प्रश्नों को उठाया है। उन्होंने संयुक्त संसदीय समिति से जांच कराने की अपनी पार्टी की मांग को दोहराया।उन्होने कहा कि..राफेल का मामला शुरू हुआ। हमने सोचा था दाल में कुछ काला है,दो साल के बाद पता लगा कि दाल ही काली है। मैडम वी डिमान्ड ए जे.पी.सी. इन दिस मैटर और जो सच्चाई देश सुनना चाहती है वो देश के सामने आए..।
श्री जेटली के भाषण के दौरान कांग्रेस के सदस्य जेपीसी के गठन की मांग करते हुए सदन के बीचोंबीच पहुंच गए। अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदन की कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी।चर्चा में तृणमूल कांग्रेस के सौगत राय, बीजू जनता दल के कालीकेश सिंहदेव और शिवसेना के अरविंद सावंत ने भाग लिया।