दावोस में विश्व आर्थिक मंच (WEF) की पांच दिवसीय सालाना बैठक शुक्रवार को संपन्न हुई। विश्व आर्थिक मंच पर भारत का जलवा देखने को मिला। भारत की ओर से कई राज्यों ने इसमें भाग लिया। इस बार भारत का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा और कई शीर्ष कंपनियों ने निवेश की इच्छा भी जताई है।
विश्व आर्थिक मंच पर कई दिग्गजों ने भारत की खूब तारीफ भी की।
टीम इंडिया की तरह शामिल हुए नेता
इस बार भारत ने टीम इंडिया की तरह विश्व आर्थिक मंच पर शामिल हुआ। बैठक में भारत ने केवल दो पैवेलियन बनाए थे। भारत सरकार और राज्य सरकारों ने एक ही भारत मंडप साझा किया। इसमें भारत के 100 से अधिक सीईओ और अन्य शीर्ष नेताओं ने हिस्सा लिया।
इस बैठक में IMF से लेकर बैंक ऑफ अमेरिका ने भारत की तारीफों के पुल बांधे। नवाचार से लेकर समावेश तक भारत ने दावोस में धूम मचाई है। कई वैश्विक नेताओं ने भारत के विकास की कहानी, तकनीकी कौशल और निवेश-अनुकूल नीतियों के बारे में चर्चा की। भारत दुनिया का पसंदीदा स्पॉटलाइट क्यों है, आइए जानते हैं…
WEF के अध्यक्ष ने की भारत की तारीफ
WEF के अध्यक्ष और सीईओ बोरगे ब्रेंडे ने भारत की तारीफ करते हुए कहा कि देश तेजी से तरक्की की राह पर है। उन्होंने कहा कि भारत 10 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के लिए तैयार है।
आईटी सेवा उद्योग का केंद्र बना भारत
रिकॉग्नाइज के मैनेजिंग पार्टनर और सह-संस्थापक फ्रांसिस्को डिसूजा ने कहा,
यदि आप वैश्विक आईटी सेवा उद्योग के बारे में सोचते हैं, तो भारत कई मायनों में इसका केंद्र है।
WEF में स्वास्थ्य केंद्र के प्रमुख श्याम बिशन ने कहा,
जब स्वास्थ्य सेवा में डिजिटल प्रौद्योगिकियों को अपनाने की बात आती है तो भारत में शेष विश्व को प्रेरित करने की क्षमता है। आयुष्मान भारत योजना गेम चेंजर साबित हुई है और इसने हेल्थकेयर सिस्टम का नजरिया ही बदल दिया है।
भारत सबसे तेजी से बढ़ने वाली बड़ी अर्थव्यवस्थाः IMF
आईएमएफ की डिप्टी एमडी गीता गोपीनाथ ने कहा कि भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली बड़ी अर्थव्यवस्था बना हुआ है। गीता गोपीनाथ ने कहा कि भारत की आर्थिक पॉलिसी बेहतरीन है, जिससे उसकी आर्थिक तरक्की तेजी से होती रहेगी।बैंक ऑफ अमेरिका के सीईओ ब्रायन मोइनिहान ने कहा कि भारत में प्रतिभा, शिक्षा प्रणाली और बड़े पैमाने पर इंजीनियर तैयार करने की क्षमता उल्लेखनीय है।