मुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर में सुरक्षा के इंतजाम कड़े कर दिए गए हैं। भारत और पाकिस्तान के हमले के बीच मंदिर में नारियल और माला ले जाने पर रोक लगा दी गई है। श्री सिद्धिविनायक गणपति मंदिर ट्रस्ट के चेयरमैन सदा सरवांकर ने इसकी घोषणा की है। यह आदेश कल यानी 11 मई से लागू होगा। 11 मई से मंदिर के बाहर फूलों की दुकान भी नहीं लगेगी।
भारत के हमले से बौखलाया पाकिस्तान लगातार कई हिन्दू मंदिरों को निशाना बना रहा है। जम्मू कश्मीर में मंदिरों और पंजाब के गुरुदारे पर शेलिंग हमले की खबरें सामने आ रही हैं। ऐसे में मंबई के मशहूर सिद्धिविनायक मंदिर की सुरक्षा भी कड़ी कर दी गई है।
सिद्धिविनायक मंदिर के प्रशासन ने शुक्रवार को आदेश जारी करते हुए कहा है कि मंदिर में नारियल और फूलों की माला का प्रसाद नहीं चढ़ाया जाएगा।
आतंकियों के निशाने पर रहा है मंदिर
मुंबई के प्रभादेवी मंदिर में स्थित सिद्धिविनायक मंदिर में भगवान गणेश की अराधना की जाती है। सिद्धिविनायक मंदिर मुंबई की मशहूर जगहों में से एक है। हर दिन हजारों की संख्या में भक्त सिद्धिविनायक मंदिर में माथा टेकते हैं। भारी भीड़ के कारण यह मंदिर अक्सर आतंकवादियों की हिट लिस्ट में रहा है।
मंदिर ट्रस्ट ने की घोषणा
श्री सिद्धिविनायक गणपति मंदिर ट्रस्ट के चेयरमैन सदा सरवांकर ने मुंबई के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक में यह फैसला लिया है। ट्रस्ट ने घोषणा की है कि 11 मई से मंदिर में नारियल और माला का प्रसाद ले जाने की अनुमति नहीं मिलेगी।
नारियल और माला से खतरा
सदा सरवांकर के अनुसार, हमें सरकार और पुलिस से कई सारी एडवाइजरी मिल रही हैं। कई भक्त मंदिर में नारियल चढ़ाते हैं और मंदिर में प्रसाद का सिक्योरिटी चेक नहीं होता है, जिससे बड़ी मुश्किल खड़ी हो सकती है। इस प्रसाद में जहर हो सकता है।
सदा सरवांकर ने कहा-
किसी भी तरह के खतरे से बचने के लिए मंदिर ट्रस्ट ने कुछ समय के लिए मंदिर में माला और नारियल का प्रसाद चढ़ाने पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है।
11 मई से आदेश लागू
सदा सरवांकर ने बताया कि, “मंदिर ट्रस्ट ने बाहर मौजूद फूल विक्रेताओं को 11 मई से पहले अपना स्टॉक खत्म करने का आदेश दिया है। 11 मई से मंदिर के बाहर फूलों की कोई भी दुकान नहीं लगेगी और न ही श्रद्धालुओं को फूल लेकर मंदिर में जाने की अनुमति होगी।”
20 सेवानिवृत्त सुरक्षाकर्मियों को वापस बुलाया
शिवसेना के पूर्व विधायक के अनुसार, “मंदिर ट्रस्ट कोशिश कर रहा है कि अगर वो भक्तों को फूल और दूब दे सकता है तो इसका मंदिर में ही इसका इंतजाम कर दिया जाएगा। सुरक्षा के मद्देनजर ट्रस्ट ने 20 रिटायर सुरक्षाबलों को फिर से बुला लिया है। पुलिस और मंदिर ट्रस्ट श्रद्धालुओं की सुरक्षा में कोई कमी नहीं आने देंगे।”