नई दिल्ली 28 फरवरी।भारतीय सेना ने आज कहा कि वह क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाये रखने के लिए वचनबद्ध है और भारत उसके नागरिकों के खिलाफ शत्रुतापूर्ण षड्यंत्र रचने वाली एजेंसियों के खिलाफ कार्रवाई जारी रखेगी।
सेना के तीनों अंगों के आला अधिकारियो ने संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में राष्ट्र को भरोसा दिलाया कि सेना पूरी तरह तैयारी की हालत में है और पाकिस्तान की ओर से उकसावे की किसी भी हरकत का जवाब देने में सक्षम है।थलसेना के मेजर जनरल एस एस महल ने कहा-की मशीनीकृत टुकडि़यों को तैयार हालत में रखा गया है और सैनिक किसी भी सुरक्षा चुनौती से निपटने के लिए कमर कसे हुए हैं।
उन्होंने कहा कि हमारा लड़ाई टेरिरिजम के साथ है तो जब तक पाकिस्तान इसको इस तरह से सपोर्ट करता रहेगा। हम उनके जितने भी टेरिरिस्ट कैम्प, जितने भी उसके ट्रेनिंग एरिया हैं उनको हम टारगेट करने के लिए तैयार हैं। हालांकि 14 फरवरी के बाद सीजफायर वायलेशन काफी बढ़ गई है और पिछले दो दिनों में कम से कम 35 सीजफायर वायलेशन हुए हैं लेकिन हम जो हैं उसी प्रकार से उसका जवाब दे रहे हैं।
एयर वाइस एयर मार्शल आर जी के कपूर ने कहा कि भारतीय पायलट को लौटाने की पाकिस्तान ने जो घोषणा की है वह जिनेवा संधि के अनुरूप है।उन्होने कहा कि पाकिस्तान की वायु सेना ने भारतीय सैनिक ठिकानों को निशाना बनाने का प्रयास किया लेकिन हमारे लड़ाकू विमानों ने उनकी साजिशों को नाकाम कर दिया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने भारतीय सैन्य ठिकानों पर बम गिराये, मगर इनसे किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि इस बात के पक्के प्रमाण हैं कि पाकिस्तान ने इस हमले में एफ-16 विमानों का इस्तेमाल किया।
नौसेना के रियर एडमिरल डी एस गुजराल ने कहा कि भारतीय नौसेना को पूरी तरह से चौकस है और वह समुद्र की सतह, समु्द्र भीतर और हवा में पाकिस्तान के किसी भी दुस्साहस का मुकाबला करने को तैयार है।