
रायपुर 24 जुलाई।छत्तीसगढ़ की संस्कृति और परंपराओं से गहरे जुड़े हरेली तिहार के मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने परंपरागत अंदाज़ में त्योहार मनाया। अपने निवास में बैल, हल, बैलगाड़ी और पारंपरिक कृषि उपकरणों की पूजा कर उन्होंने ग्रामीण जीवन के मूल्यों को सम्मान देने का संदेश दिया। गेड़ी चढ़ते हुए उन्होंने प्रदेशवासियों को हरेली की शुभकामनाएं दीं।
श्री बघेल ने कहा, “हरेली सिर्फ त्योहार नहीं, यह हमारी पहचान और आत्मा है। हमें इसे हर हाल में बचाकर रखना है।” इस दौरान उनका पूरा परिवार भी उनके साथ मौजूद रहा।
गोठानों को बंद करने की कोशिश पर बीजेपी को घेरा
पूर्व मुख्यमंत्री ने राज्य की बीजेपी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि गौठानों को बंद करने की कोशिशें हो रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि महिलाओं को जमीन खाली करने के नोटिस दिए जा रहे हैं और वहां सामुदायिक भवन बनाए जाने की योजना बनाई जा रही है।
“बीजेपी एक ओर गाय के नाम पर राजनीति करती है, वहीं दूसरी ओर गौठानों को खत्म करने में लगी है। गोठान सिर्फ पशुधन के लिए नहीं, बल्कि महिला स्व-सहायता समूहों की आय का आधार भी हैं,” बघेल ने कहा। उन्होंने इसे ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर सीधा प्रहार बताया।
“बेटे की गिरफ्तारी संयोग नहीं, साजिश है” – केंद्र सरकार और ईडी पर गंभीर आरोप
पूर्व मुख्यमंत्री श्री बघेल ने केंद्र की मोदी सरकार और ईडी पर तीखा हमला बोलते हुए अपने बेटे चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी को एक राजनीतिक साजिश बताया।
“जिस दिन मैंने अडानी पर टिप्पणी की, उसी दिन मेरे बेटे को जन्मदिन के दिन ईडी ने उठा लिया। न कोई नोटिस, न कोई तर्क – यह कार्रवाई केवल मेरे परिवार पर हमला नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ की जनआवाज़ को दबाने की कोशिश है,” उन्होंने कहा।
बघेल ने इस कार्रवाई की तुलना स्वतंत्रता संग्राम से करते हुए कहा कि उनके परिवार का इतिहास संघर्षों से जुड़ा रहा है।
“मेरे बाबूजी कहा करते थे – जेल हमारा दूसरा घर है। हम डरने वाले नहीं हैं,” उन्होंने भावुक होते हुए कहा।