गांधी नगर 05 मार्च।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज यहां श्रमयोगी मानधन योजना का शुभारंभ किया। इस वर्ष फरवरी में अंतरिम बजट में असंगठित क्षेत्र के कार्मिकों और मजदूरों के लिए राष्ट्रीय पेंशन योजना की घोषणा की गई थी।
श्री मोदी ने योजना शुरू करते हुए कहा कि एनडीए सरकार ने गरीबों और श्रमिकों के लिए किफायती स्वास्थ्य देखभाल और बीमा संरक्षण की व्यवस्था सुनिश्चित की है। श्री मोदी ने कहा कि एनडीए सरकार किसानों और श्रमिकों को सशक्त बनाने के प्रति वचनबद्ध है, जबकि विपक्ष का एकमात्र एजेंडा इस सरकार को हटाने का है।
उन्होने श्रमिक से कहा कि आपका इस योजना से आप ही आप के सहायक बन गए हैं और मोदी सरकार सहायक के रूप में कंधे से कंधा मिलाकर के आपके साथ खडी है। जो लोग इस योजना का लाभ उठाएंगे उनमें साठ वर्ष की आयु के बाद तीन हजार रूपए की नियमित मासिक पेंशन तय है।इस योजना से असंगठित क्षेत्र के दस करोड़ कार्मिक लाभान्वित होंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी के बाद के इतिहास की यह पहली योजना है जिसने समाज के उस वर्ग को छुआ है जिसके बारे में कभी सोचा ही नहीं गया।कारण क्या है ऐसा सोचा क्यों नही गया। कारण साफ है नियत में खोट। श्री मोदी नेश्रमयोगी मानधन योजना के लाभार्थियों को पेंशन कार्ड भी वितरित किए।