
रायपुर, 14 अगस्त।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राजधानी के मरीन ड्राइव में आयोजित स्वतंत्रता दौड़ में भाग लेते हुए कहा कि तिरंगा हमारे पूर्वजों के वर्षों के संघर्ष और बलिदान का जीवंत प्रतीक है। उन्होंने हज़ारों युवाओं के साथ दौड़ लगाई और भारत माता व अमर बलिदानी रानी दुर्गावती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
श्री साय ने अपने संबोधन में कहा,“तिरंगे में करोड़ों भारतीयों की आकांक्षाएं समाहित हैं। यह हमारी वीरता, शांति और समृद्धि की अमिट चेतना का प्रतीक है।”उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर देशभर में हर वर्ष स्वतंत्रता दिवस को तिरंगामय वातावरण में मनाया जा रहा है। हर-घर तिरंगा और तिरंगा यात्राओं के माध्यम से यह पर्व जन-जन से जुड़ चुका है। मुख्यमंत्री ने इसे केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि हमारी एकता, अखंडता और राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक बताया।
बचपन की यादें ताजा
मुख्यमंत्री श्री साय ने भावुक होते हुए अपने बचपन की यादें साझा कीं। उन्होंने कहा कि स्कूल के दिनों में प्रभात फेरियों और देशभक्ति गीतों से जो गर्व महसूस होता था, वही गर्व आज भी जीवित है।“आज हमारा कर्तव्य है कि हम अपने प्रदेश और देश को विकास की नई ऊँचाइयों तक पहुँचाएं,” उन्होंने कहा।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2047 तक विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण के लिए सरकार ने विज़न डॉक्यूमेंट तैयार किया है, और वर्तमान सरकार उसी दिशा में कार्य कर रही है।
स्वतंत्रता दौड़: युवाओं में जोश
कार्यक्रम में खेल एवं युवा कल्याण मंत्री टंकराम वर्मा ने कहा कि यह दौड़ केवल शारीरिक दौड़ नहीं, बल्कि स्वतंत्रता संग्राम के संघर्षों की स्मृति है। उन्होंने कहा कि “प्रधानमंत्री के स्वच्छ, स्वस्थ और विकसित भारत के विज़न के साथ छत्तीसगढ़ भी प्रगति की राह पर है।”मंत्री ने सभी युवाओं से इस स्वप्न को साकार करने में योगदान देने का आग्रह किया।
इस अवसर पर विधायक पुरंदर मिश्रा, मोतीलाल साहू, गुरु खुशवंत साहेब, अनुज शर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष नवीन अग्रवाल, तथा खेल एवं युवा कल्याण विभाग के सचिव यशवंत कुमार सहित कई गणमान्य अतिथि मौजूद रहे।