
नई दिल्ली 27 अगस्त।कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर चुनाव आयोग को कटघरे में खड़ा करते हुए आरोप लगाया कि गुजरात की कुछ ऐसी अनजान राजनीतिक पार्टियों को हजारों करोड़ रुपये का चंदा मिला है, जिनका न तो कोई राजनीतिक प्रभाव है और न ही चुनावी भागीदारी का कोई ठोस रिकॉर्ड।
राहुल गांधी ने कहा, “गुजरात में कुछ ऐसी पार्टियां हैं, जिनका नाम किसी ने नहीं सुना, फिर भी उन्हें करीब 4300 करोड़ रुपये का चंदा मिला। ये पार्टियां बेहद कम मौकों पर चुनाव लड़ती हैं और चंदे की इस भारी रकम का कोई स्पष्ट हिसाब नहीं है।”
उन्होंने सवाल उठाया कि इन दलों को इतना पैसा कहां से मिला, उन्हें चला कौन रहा है, और इनकी फंडिंग के पीछे कौन-से स्रोत हैं? साथ ही राहुल गांधी ने यह भी पूछा कि क्या चुनाव आयोग इन पर कोई कार्रवाई करेगा, या सिर्फ विपक्षी नेताओं से ही एफिडेविट की मांग की जाती रहेगी।
कांग्रेस नेता ने तंज कसते हुए कहा, “क्या आयोग इन अज्ञात पार्टियों से भी एफिडेविट मांगेगा या फिर कानून ही बदल देगा ताकि इस डेटा को छुपाया जा सके?”
राहुल गांधी का यह बयान उस समय आया है जब वह स्वयं चुनाव आयोग की ओर से एफिडेविट मांगे जाने के मामले का सामना कर रहे हैं। उन्होंने आयोग की निष्पक्षता और पारदर्शिता पर सवाल उठाते हुए एक बड़ी बहस को जन्म दे दिया है।