रायपुर 25 अप्रैल।छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में सामुदायिक पुलिसिंग के अंतर्गत शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में जनता एवं पुलिस के मध्य परस्पर नियमित संवाद स्थापित करने के लिए शहरी एवं अर्द्धशहरी क्षेत्रों में‘‘जनमित्र योजना’’ तथा ग्रामीण क्षेत्रों में ‘‘ग्राम रक्षा समिति’’ को पुनर्जीवित करने की योजना प्रारंभ की गयी है।
पुलिस महानिदेशक डी.एम.अवस्थी द्वारा पुलिस अधीक्षकों को जारी निर्देश के अनुसार ‘‘पुलिस जनमित्र योजना’’ के अंतर्गत यह व्यवस्था की गयी है, कि राज्य के शहरी एवं अर्द्ध शहरी क्षेत्रों में थानों के क्षेत्रफल और जनसंख्या के अनुसार प्रत्येक थाना क्षेत्र को 30 से 40 सेक्टर में बांटकर थाना प्रभारी स्वयं उपस्थित होकर प्रत्येक सप्ताह में एक सेक्टर में वहां के निवासियों की बैठक लेंगे और नागरिकों से उनके क्षेत्र की समस्याओं की जानकारी लेकर नागरिकों को पुलिस की अपेक्षा एवं आधुनिक अपराध जैसे साईबर क्राईम, ऑन लाईन ठगी, चिटफंड कंपनियों की ठगी, सोशल मीडिया से जुड़े अपराध, महिलाओं के विरूद्ध घटित होने वाले अपराध के तरीके तथा उससे बचने के उपाय बताएंगे।
पुलिस के राजपत्रित अधिकारी प्रत्येक सप्ताह अपने क्षेत्र के किसी एक थाने की पुलिस जनमित्र बैठक में स्वयं भी उपस्थित होना सुनिश्चित करेंगे। इसी प्रकार जिले के पुलिस अधीक्षक प्रत्येक माह में नियमित रूप से दो बार पुलिस जनमित्र की बैठक में सम्मिलित होंगे।