मुबंई 07 अगस्त।भारतीय रिजर्व बैंक ने रेपो दर में 35 आधार अंकों की कमी की है। रेपो दर 5.75 प्रतिशत से घटाकर 5.4 प्रतिशत कर दी गई है। रिवर्स रेपो दर पांच दशमलव एक-पांच प्रतिशत और बैंक दर पांच दशमलव छह-पांच प्रतिशत की गई है। अर्थव्यवस्था में तेजी लाने के उद्देश्य से ऐसा किया गया है। तीसरी द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा नीति में रिजर्व बैंक ने उदार दृष्टिकोण अपनाया है।
रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने आज यहां प्रेस कान्फ्रेंस में लगातार चौथी बार रेपो रेट में कटौती की घोषणा करते हुए कहा कि यह निर्णय अभूतपूर्व नहीं बल्कि एक संतुलित निर्णय है।उन्होंने कहा कि 25 आधार अंकों की कटौती इस समय अपर्याप्त होती।
भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से प्रमुख नीतिगत दरों में की गई कटौती और नकदी बढ़ाने से नए बैंक ऋणों पर ब्याज की दरों में कमी का सिलसिला शुरू हुआ है।रिजर्व बैंक इसकी लगातार निगरानी कर रहा है और भविष्य में आवश्यकता पड़ने पर ब्याज दरों में कमी का लाभ लोगों तक पहुंचाने के लिए बैंक यथासंभव कदम उठायेगा।
इसी बीच भारतीय रिजर्व बैंक ने आज चालू वित्त वर्ष के लिए अपने सकल घरेलू उत्पाद के विकास के अनुमान को 7 प्रतिशत से घटकार 6.9 प्रतिशत कर दिया है। 2019-20 की दूसरी तिमाही के लिए सीपीआई मुद्रास्फीति 3 दशमलव 1 प्रतिशत पर अनुमानित की गई है।