रायगढ़ 02 सितम्बर।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज गणेश चतुर्थी के अवसर पर 35वें अखिल भारतीय चक्रधर समारोह का शुभारंभ किया।
श्री बघेल ने समारोह का सम्बोधित करते हुए कहा कि राजा-महाराजाओं ने भले ही अनेक युद्ध जीते होंगे, लेकिन रायगढ़ के महाराज चक्रधर सिंह ने अपनी संगीत और नृत्य कला की समृद्ध और गौरवशाली संस्कृति का संरक्षण कर लोगों का दिल जीता है। इसलिए संगीत, नृत्य, कला के इस अखिल भारतीय समारोह का आयोजन महाराज चक्रधर सिंह के नाम पर किया जाता है। चक्रधर समारोह के माध्यम से रायगढ़ की संस्कृति और विरासत की देशव्यापी पहचान स्थापित हुई है।
श्री बघेल ने लोगों को गणेश चतुर्थी की बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सुप्रसिद्ध स्वतंत्रता संग्राम सेनानी लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान राष्ट्रीय चेतना जागृत करने और लोगों को एकजुट करने के लिए सार्वजनिक गणेश उत्सवों की शुरूआत की थी। यह परंपरा आज भी जारी है। सार्वजनिक गणेश उत्सव आज हमारी सामाजिक समरसता की पहचान बन गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ी संस्कृति के संरक्षण के लिए राज्य सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ी लोक पर्वों को उत्साह के साथ मनाने की पहल की जा रही है। इससे जन मानस में अपनी गौरवशाली छत्तीसगढ़ी संस्कृति, लोक-कला और लोक पर्वों के प्रति उत्साह का वातावरण बना है।
मुख्यमंत्री ने उद्घाटन समारोह में प्रस्तुति देने के लिए आए गजल गायक श्री मनहर उदास और कत्थक नृत्यांगना श्रीमती महुआ शंकर को सम्मानित किया। इस अवसर पर उच्च शिक्षा, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री उमेश पटेल और स्थानीय जनप्रतिनिधि सहित बड़ी संख्या में कला प्रेमी उपस्थित थे।