पहली बार सेक्स सम्बन्ध बनने से पहले महिलाओं को तमाम झंझावतों से जूझना पड़ता है।जीवन में सभी महिलाओं के सामने एक समय ऐसा आता है जब उनको सेक्स सम्बन्ध बनाना पड़ता है भले सेक्स सम्बम्ध शादी से पहले बनने जा रहा हो या शादी के बाद लेकिन पहली बार सेक्स सम्बन्ध बनने से पहले महिलाओं को तमाम बार सोचना पड़ता है।
जब भी महिला पहली बार किसी के साथ संबंध बनाने के बारे में सोचती है तो सबसे पहले उन्हें ये डर होता है कि अगर मैं दर्द न बर्दाश्त कर पाई तो?कई बार उन्हें काफी जगहों से सेक्स से जुड़े कुछ बुरे अनुभवों के बारे में पता चलता है जिसे जानकर यह डर और बढ़ जाता है।
महिलाओं को एक्सेसिव ब्लीडिंग का भी डर सताता है। यह डर उनको ज्यादा सताता है, जिन्हें ब्लड फोबिया होता है।उन्हें डर होता है कि अगर मैं बेसमय प्रेगनेंट हो गई तो? सेफ सेक्स के सारे तरीके पता होने के बाजवूद लड़कियों के मन में यह डर रहता है।पहली बार सेक्स करने वाली महिलाओं को ये डर सताता है कि मैं कभी सेक्स नहीं कर भी पाऊंगी या नहीं ?… अगर नहीं कर पाई तो क्या होगा? हालांकि समय के साथ हर डर खत्म हो जाता है।
कई लोग तो इस डर की वजह से न चाहते हुए भी सेक्स कर लेते हैं, कि अगर न किया तो कहीं उनका साथी उनको छोड़ कर किसी और के साथ न इंवोल्व हो जाए।
कई बार अधूरी जानकारी होने के कारण उन्हें ये डर सताता है कि अगर मुझे कोई बीमारी हो गई तो? महिलाएं इतनी सब बातों को सोचने के बाद ये ये भी सोचती हैं कि कहीं मैं एसेक्शुअल तो नहीं?