
रायपुर, 19 सितम्बर।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि उनकी सरकार का प्रमुख लक्ष्य नक्सलवाद का पूर्ण उन्मूलन कर लोगों का विश्वास जीतना और विकास की दिशा में राज्य को आगे बढ़ाना है।
श्री साय ने एक समाचार चैनल द्वारा आयोजित कार्यक्रम में कहा कि नियद नेल्लानार योजना के माध्यम से नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के 327 गांव अब तक आबाद हो चुके हैं और आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को रोजगार से जोड़ा जा रहा है। सरकार ने नक्सलवाद को 31 मार्च 26 तक समाप्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया है, जिसके लिए ज्वाइंट टास्क फोर्स का गठन किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि निर्दोष लोगों की रक्षा करना सरकार का दायित्व है और इसी संकल्प के साथ आगे बढ़ा जा रहा है।
विकसित भारत और ‘अंजोर विजन 2047’
श्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संकल्प है कि वर्ष 2047 तक भारत विकसित राष्ट्र बने। इसी दिशा में छत्तीसगढ़ सरकार ने विकसित अंजोर विजन (छत्तीसगढ़ विजन 2047) तैयार किया है। इसके जरिए शिक्षा, स्वास्थ्य, उद्योग और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में तेज़ी से काम किया जा रहा है।
बस्तर में विकास और खेलों से जुड़ाव
उन्होने कहा कि बस्तर क्षेत्र में नक्सलवाद से दूर ले जाने और लोगों को विकास की धारा से जोड़ने के लिए बस्तर ओलंपिक और बस्तर पंडुम का आयोजन किया जा रहा है। हाल ही में हुए बस्तर ओलंपिक में 1 लाख 65 हजार लोगों ने भाग लेकर विकास की राह में आगे बढ़ने का संदेश दिया।
विदेश यात्रा और उद्योग निवेश
मुख्यमंत्री ने बताया कि हाल ही में हुई जापान और कोरिया यात्रा सफल रही। इस दौरान छत्तीसगढ़ की कला-संस्कृति को प्रदर्शित किया गया और विदेशी उद्योगपतियों को प्रदेश में निवेश के लिए आमंत्रित किया गया। नई उद्योग नीति में रोजगार सृजन को विशेष महत्व दिया गया है।
शिक्षा और स्वास्थ्य में प्रगति
श्री साय ने कहा कि प्रदेश में अब तक 15 मेडिकल कॉलेज, IIT, NIT, IIM और नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी की स्थापना हो चुकी है। अटल बिहारी वाजपेयी जी के योगदान से स्थापित AIIMS ने स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत किया है। अब छत्तीसगढ़ के छात्रों और मरीजों को बाहर जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। साथ ही 18 स्थानीय भाषाओं में पाठ्यपुस्तकें तैयार कर छात्रों को उपलब्ध कराई जा रही हैं।
गौवंश संरक्षण
मुख्यमंत्री ने नागरिकों से अपील की कि सड़कों पर घूम रहे गायों को लावारिस न छोड़ें, क्योंकि इनके कारण दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं। उन्होंने कहा कि गोचर भूमि पर अवैध कब्जे हटाए जाएंगे और गौवंश की रक्षा करना हम सभी का दायित्व है।