रायपुर 15 अक्टूबर।छत्तीसगढ़ की राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने कहा कि विद्यार्थी वैज्ञानिक सोच विकसित करें।आज के विद्यार्थी ही कल के वैज्ञानिक होंगे और वे ही कल वैज्ञानिक के रूप में पूरे विश्व में हमारे देश का नाम रोशन करेंगे तथा विज्ञान के क्षेत्र में नए-नए शोध करेंगे।
सुश्री उइके आज यहां बी.टी.आई. ग्राउंड में आयोजित छह दिवसीय 46वीं जवाहरलाल नेहरू राष्ट्रीय विज्ञान, गणित और पर्यावरण प्रदर्शनी के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि विज्ञान का विकास इस तरह से किया जाना चाहिए कि पर्यावरण संरक्षित रहे और प्रकृति द्वारा प्रदत्त सारे लाभों को प्राप्त किया सकें।उन्होंने कहा कि विज्ञान का उपयोग विकास के लिए हो, विनाश के लिए नहीं।
उन्होने कहा कि भारत देश के वैज्ञानिक विरासत को गौरवशाली बताते हुए कहा कि यहां पर शून्य जैसे महानतम खोज की गई, जिसके कारण सुपर कम्प्यूटर जैसे अविष्कार संभव हो पाया। साथ ही हमारे देश में आर्यभट्ट जैसे महान गणितज्ञ हुए, जिन्होंने पाई के मान से लेकर चंन्द्र ग्रहण और सूर्य ग्रहण की बारीकियां सहजता से निकाल ली।
उन्होंने कहा कि विज्ञान और गणित विषय शिक्षा विभाग के साथ ही विद्यार्थियों और अभिभावकों के लिए भी चिंता के विषय रहे हैं। इन्हीं चिंताओं का समाधान करने में यह राष्ट्रीय प्रदर्शनी मददगार सिद्ध होगी। राज्यपाल ने छत्तीसगढ़ में संचालित पानी बचाओ और बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ आदि कार्यक्रमों की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को बधाई दी।