रायपुर 07 दिसम्बर।छत्तीसगढ़ के नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने कहा कि अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग के लोगों का स्वरोजगार और व्यापार-व्यवसाय तथा उद्योग के क्षेत्र में उपस्थिति बहुत कम है।इन वर्ग के लोगों को भी स्वयं का रोजगार और व्यवसाय के क्षेत्र में आगे बढ़ने की जरूरत है।
श्री डहरिया ने आज प्रदेश स्तरीय अनुसूचित जाति-जनजाति उद्यमियों द्वारा खाद्य प्रसंस्करण स्थापित करने और स्वरोजगार की दिशा में आगे बढ़ने के लिए आयोजित एक दिवसीय सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि इन वर्गों के लोगों को स्वयं के रोजगार के अवसर पैदा करना चाहिए। राज्य सरकार अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग के लोगों को उद्योग-व्यवसाय लगाने के लिए विभिन्न प्रकार की रियायतें दे रही है।जरूरत के मुताबिक संरक्षण प्रदान की जा रही है।
उन्होंने उद्यमियों को भरोसा दिलाया कि उद्योग नीति समय-समय पर परिवर्तन होती रहती है। यदि इन वर्गों के लिए प्रावधान में कोई कमी भी होगी तो भविष्य में राज्य सरकार द्वारा इन वर्गों के विकास के लिए और भी बेहतर प्रावधान किए जाएंगे।डॉ.डहरिया ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सोच है कि अनुसूचित जाति-जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग के लोग उद्यमी बनें। व्यापार-व्यवसाय से जुड़े और आत्मनिर्भर बने।