नई दिल्ली 24 दिसम्बर।गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर के बीच कोई संबंध नहीं है।
श्री शाह ने आज एक समाचार एजेंसी से बातचीत में कहा कि राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर का कोई भी डाटा राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर में इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है।उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर के बारे में अफवाह फैलाने वाले वास्तव में गरीबों और अल्पसंख्यकों के हितों को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जनगणना प्रत्येक दस वर्षों पर होती है और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर की शुरूआत यूपीए सरकार ने की थी।श्री शाह ने कहा कि वर्तमान केन्द्र सरकार इसे जारी रख रही है क्योंकि यह एक अच्छी योजना है।श्री शाह ने कहा कि मकान का क्षेत्रफल और पशुधन की संख्या जैसी कुछ नयी जानकारी इस बार के राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर में शामिल की गई हैं।
एक प्रश्न के जवाब में अमित शाह ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून में ऐसा कोई भी प्रावधान नहीं है, जिससे किसी की नागरिकता समाप्त हो।उन्होंने कहा कि राजनीतिक कारणों से कुछ लोगों को भड़काया गया, लेकिन अब लोग सच्चाई जान गए हैं।