रायपुर 04 जनवरी।राष्ट्रीय पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान 19 से 21 जनवरी तक छत्तीसगढ़ में चलाया जाएगा।इस अभियान के तहत 0 से 5 वर्ष के बच्चों को पल्स पोलियो की दवा पिलाई जाएगी।अभियान के प्रथम दिन पोलियो बूथ, दूसरे और तीसरे दिन स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर जाकर बच्चों को दवा पिलाएंगी।
राज्य नोडल अधिकारी डॉ. अमर सिंह ठाकुर ने बताया, इस अभियान के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से तैयारियां की जा रही हैं। राज्य के लगभग 35 लाख बच्चों को प्लस पोलियो अभियान के तहत 19 जनवरी को आंगनबाड़ी केंद्रों, प्राथमिक शाला, उपस्वस्थ्य केंद्रों से लेकर प्राथमिक, सामुदायिक, जिला अस्पतालों, मातृ शिशु अस्पतालों में पोलियो की खुराक पिलाई जाएगी।
उन्होने बताया कि 19 जनवरी को छूटे हुए बच्चों को 20 और 21 जनवरी को डोर टू डोर पिलाया जाएगा।पोलियो की ड्रॉप प्रदेश के 35 लाख बच्चों को पोलियो जनित विकलांगता से बचाने के लिए वैक्सीन की खुराक दी जाएगी।शहरी क्षेत्रों के बूथों की मॉनिटरिंग के लिए 5 अधिकारी व जिलों को ग्रामीण क्षेत्रों के लिए 15 अधिकारियों की नियुक्ति की जाएगी। बूथ में किसी प्रकार की लापरवाही न हो इसके लिए मॉनिटरिंग अधिकारी लगातार बूथों का मुआयना करते रहेंगे। इसके लिए राज्य के सभी जिलों में विभिन्न सार्वजनिक भवनों, बस स्टैण्ड आदि में लगभग 15000 टीकाकरण केन्द्र बनाए गए हैं। इन केन्द्रों में बच्चों को पोलिया वैक्सीन की दो-दो बूंद पिलाने के लिए शासकीय कर्मचारियों और मितानिनों सहित अन्य कर्मियों को मिलाकर 30000 टीकाकरण दलों का गठन किया गया है।
डॉ.सिंह ने बताया, इस अभियान के तहत सभी जिले के पहुंच विहीन दूरस्थ क्षेत्रों, झुग्गी झोपड़ी, मलीन बस्ती, ईट भट्ठा, अस्थाई बसाहटों आदि क्षेत्रों के बच्चों को दवा पिलायी जायेंगी। इसके साथ ही चलित जनसंख्या के हितग्राही बच्चों को बस स्टैंड व रेल्वे स्टेशन आदि स्थानों पर ट्रांजिट दलों के माध्यम से बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई जायेगी।मेला व हाट बाजारों में भी दवा पिलाने के लिये दलों को तैनात किया जावेगा। शहर के बडे़ आवासीय क्षेत्रों में ही पोलियो बूथ सेंटर बनाया गया है। प्रदेश में पोलियो के एक भी प्रकरण नहीं मिला है, लेकिन आगामी कुछ साल तक बच्चों को पोलियो की दवा नियमित देना जरूरी है। ताकि उनमें रोग प्रतिरोधक क्षमता बनी रहे।