नई दिल्ली 03 मार्च।संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही दिल्ली हिंसा के मुद्दे पर आज दूसरे दिन भी बाधित रही। विपक्ष के लगातार विरोध के कारण लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई।
लोकसभा में दूसरे स्थगन के बाद जब सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे दोबारा शुरू हुई तो अध्यक्ष ओम बिडला ने सलाह दी कि सरकार इस मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है और होली के बाद चर्चा कराई जा सकती है। लेकिन विपक्ष ने इसे खारिज कर दिया और तुरंत चर्चा कराने की मांग की।
कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, डीएमके, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और वाम दलों के सदस्य सदन के बीचों-बीच पहुंच गए। इससे पहले, सुबह सदन की बैठक शुरू होते ही इन विपक्षी दलों के सदस्यों ने इस मुद्दे को उठाना चाहा, लेकिन श्री बिडला ने कहा कि प्रश्नकाल के बाद इस पर विचार किया जा सकता है।
हंगामे के बीच ही अध्यक्ष ने अपनी सीमा से बाहर जाने की कोशिश करने वाले विपक्षी और सत्तापक्ष के सदस्यों को चेतावनी दी। उन्होंने सदन में तख्तियां दिखाने पर भी कड़ी आपत्ती जताई।
उधर,राज्यसभा में भी दिन भर के लिए कार्यवाही स्थगित किए जाने से पहले सदन को दो बार स्थगित करना पडा। सदन में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि इस मुद्दे पर तत्काल चर्चा शुरू करनी चाहिए। सदन के नेता थावर चंद गहलोत ने कहा कि सरकार चर्चा के लिए तैयार है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता आनंद शर्मा और टीआरएस के केशव राव ने सलाह दी कि चर्चा कल शुरू होनी चाहिए।