बीजापुर 21 अप्रैल।लाक डाउन के कारण तेलंगाना से मजदूरों के समूह के साथ छत्तीसगढ़ के बीजापुर लौट रही 12 वर्षीय बाल मजदूर कुमारी जमलो मड़कम का लगभग 100 किमी पैदल चलने के बाद रास्ते में ही निधन हो गया।
मिली जानकारी के अऩुसार जमलो मड़कम गत फऱवरी माह में तेलंगाना काम के लिए अपने गांव आदेड़ के मजदूरों के साथ तेलंगाना के मुलुगू जिले गई थी। वहां पर उसे मिर्ची तोड़ने का काम मिला था। इसी दौरान पिछले माह देशव्यापी लाक डाउन हो गया।लाकडाउऩ के पहले चरण में मजदूरों के इस समूह ने किसी तरह वहीं पर रूक कर संघर्ष किया,लेकिन लाकडाउन के बढाए जाने के बाद एक दर्जन मजदूरों का यह समूह वहां से जंगल के सीधे रास्ते से अपने गांव वापस लौटने के लिए पैदल रवाना हुआ।
बालिका जमलो मड़कम की रास्ते में तबियत खराब हुई,लेकिन जंगल में होने के कारण वहां कोई उपचार मिलना संभव नही था।सभी आगे बढ़ते रहे।लगभग 100 किमी का वह यात्रा पूरी कर चुकी थी,लेकिन जब वह घऱ से महज 14 किमी दूर थी,उसकी मौत हो गई।इस घटना की साथी मजदूरों ने गांव में जाकर सूचना दी।
बीजापुर जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने सूचना मिलने पर बालिका के शव से सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा और ग्रुप के सभी मजदूरों को क्वारंटीन किया गया।बालिका के सैंपल की रिपोर्ट आज निगेटिव आने पर प्रशासन ने राहत की सांस ली।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जमलो मड़कम की मृत्यु पर गहरा दुख व्यक्त व्यक्त करते हुए कलेक्टर बीजापुर को इस मामले की जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। श्री बघेल ने बालिका के परिजनों को पांच लाख रूपए की मदद देने का भी ऐलान किया है।