नई दिल्ली 05 अक्टूबर।वायुसेना अध्यक्ष बी एस धनोआ ने कहा है कि भारतीय वायुसेना चीन से किसी भी तरह की चुनौती से निपटने और दो मोर्चों को संभालने में सक्षम है।
श्री धनोआ ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भारतीय वायुसेना सम्पूर्ण क्षेत्र में सैन्य कार्रवाई की चुनौतियों के लिए तैयार है, लेकिन किसी भी सर्जिकल स्ट्राइक में वायुसेना को शामिल करने का फैसला सरकार को करना होता है।एयरचीफ मार्शल धनोआ ने कहा कि सम्पूर्ण क्षेत्र की सुरक्षा के लिए 42 स्क्वाड्रन की जरूरत होती है, इसका मतलब यह नहीं है कि वायुसेना दो मोर्चों पर एक साथ कार्रवाई नहीं कर सकती। उन्होंने कहा कि दोनों मोर्चों की सैन्य कार्रवाई के लिए वायुसेना के पास विकल्प तैयार हैं।
उन्होने कहा कि..बेहतर सुरक्षा प्रणाली के साथ ही हमारे वायुसेना की मारक क्षमता में और अधिक विस्तार हुआ है। रक्षा व्यवस्था को लगातार सुदृढ़ बनाने रहना हमारा लक्ष्य रहा है। प्रधानमंत्री की मेक इन इंडिया पहल के तहत भारतीय वायुसेना देश में ही उच्च तकनीक के रक्षा उपकरण विकसित करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है..।
एयरचीफ मार्शल धनोवा ने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में दोनों मोर्चों पर सैन्य कार्रवाई की आशंका बहुत कम है। वायसेना जल्दी ही लड़ाकू विमानों के 42 स्कवाड्रन हासिल कर लेगी। पाकिस्तान के परमाणु युद्ध के मुद्दे पर वायुसेना अध्यक्ष ने कहा कि हमारे लड़ाकू विमान सीमापार लक्ष्य को साधने और हमला करने में सक्षम हैं।