रायपुर 20 अक्टूबर।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केन्द्र सरकार के धान से एथेनाल बनाने के निर्णय को अपनी सरकार के डेढ़ वर्षों के सतत प्रयासों का नतीजा करार देते हुए कहा कि राज्य में धान एवं गन्ने से एथेनाल बनाने के लिए काफी संयंत्र लगेंगे।
श्री बघेल ने आज यहां प्रेस कान्फ्रेंस में कहा कि धान से एथेनाल बनाने की उनकी सरकार की मांग की शुरूआती दौर में खिल्ली उड़ाने वालों को इसके स्वीकार किए जाने पर जरूर निराशा हुई होंगी पर छत्तीसगढ़ ही नही देश के लाखो करोड़ो किसानों को इससे लाभ होंगा।इसके साथ ही इससे विदेशी मुद्रा की भी काफी बचत होंगी।
उन्होने कहा कि पंजाब एवं हरियाणा में किसानों के आन्दोलन एवं कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खुलकर उनके समर्थन में आने से मोदी सरकार मजबूरन बार बार समर्थन मूल्य पर खरीद की प्रक्रिया को जारी रूकऩे की बात कर रही है,पर देर सबेर वह इस प्रक्रिया को बन्द करेंगी।इसलिए धान एवं गन्ने से एथेनाल बनाना किसानों के दीर्घकालीन हित से जुड़ा मुद्दा है।
उन्होने आरोप लगाया कि मोदी सरकार समर्थन मूल्य (एमएसपी) ही नही बन्द करना चाहती,बल्कि सार्वजनिक वितरण व्यवस्था (पीडीएस),मंडी व्यवस्था और किसानों को भी खत्म करना चाहती है।एक प्रश्न के उत्तर में उन्होने कहा कि राज्य में एथेनाल बनाने के संयंत्र की स्थापना के लिए चार-छह एमओयू हो चुके है,जबकि चीनी मिलो में एथेनाल संयंत्र की स्थापना के लिए टेन्डर हो रहे है।
मोदी सरकार के नए कृषि कानूनो को किसान विरोधी करार देते हुए उन्होने कहा कि यह किसानों नही बल्कि पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए बनाया गया है।किसी राजनीतिक दल या किसान संगठन ने इस कानून में शामिल प्रावधानों के लिए कोई मांग नही की थी। उन्होने आरोप लगाया कि मोदी सरकार किसान विरोधी है।