नई दिल्ली 05 जनवरी।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के लिए गैस आधारित अर्थव्यवस्था का तेजी से विस्तार जरूरी है।
श्री मोदी ने आज वर्चुअल माध्यम से 450 किलोमीटर लम्बी कोच्चि-मंगलुरू प्राकृतिक गैस पाइपलाइन राष्ट्र को समर्पित की।उन्होने कहा कि सरकार की वन नेशन वन गैस ग्रिड के जरिए गैस आधारित अर्थव्यवस्था बनाने की योजना है।उन्होंने कहा कि कोच्चि-मेंगलुरू प्राकृतिक गैस पाइपलाइन इस दिशा में बड़ा कदम है।यह पाइपलाइन स्वच्छ ऊर्जा उपलब्ध कराएगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने देश के ऊर्जा उत्पादन में प्राकृतिक गैस की हिस्सेदारी छह प्रतिशत से बढ़ाकर 15 प्रतिशत करने का लक्ष्य रखा है।
उन्होने कहा कि सरकार ने तेल और गैस क्षेत्र में बड़े सुधार किए हैं जिसमें तेल की खोज, खनन तथा इसका विपणन और वितरण शामिल है। श्री मोदी ने कहा कि इस गैस पाइपलाइन से केरल और कर्नाटक की अर्थव्यवस्था में सकारात्मक बदलाव होगा।उन्होने कहा कि 2014 तक देश में केवल 14 करोड रसोई गैस कनेक्शन थे जबकि इसके बाद के छह वर्ष में ही 24 करोड नए कनेक्शन दिए गए।उन्होंने कहा कि देश की भविष्य की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए सभी तरह के प्रयास किए जा रहे हैं। गुजरात में प्रस्तावित दुनिया का सबसे बड़ा स्वच्छ ऊर्जा संयंत्र इस दिशा में बड़ा कदम है।
श्री मोदी ने कहा कि अगले दस वर्ष में पेट्रोल में बीस प्रतिशत तक एथेनॉल मिलाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए जैव ईंधन के उत्पादन पर जोर दिया जा रहा है। उन्होंने इस अवसर पर तटवर्ती क्षेत्रों के विकास की योजना का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इसके तहत नीली अर्थव्यवस्था में बड़े बदलाव, तटवर्ती अवसंरचनाओं को बेहतर बनाने और समुद्री पारिस्थतिकी तंत्र के संरक्षण की योजना है।