वाराणसी 21 जनवरी।युवा प्रवासी भारतीय दिवस आज यहां शुरू हो गया।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इसका औपचारिक रूप से शुभारंभ किया। उन्होने प्रवासी भारतीयों, विशेष रूप से दुनिया के विभिन्न भागों से आए युवाओं को संबोधित करते हुए उन्हें शिक्षा के क्षेत्र में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि जो लोग भारत में काम करना चाहते हैं, उन्हें देश आजकल असीमित अवसर प्रदान करता है।श्रीमती स्वराज ने कहा कि प्रवासी भारतीयों और देशवासियों की साझा पहचान ही उनकी शक्ति है।
उन्होने कहा कि भारत से पिछली पीढि़यों के लोग व्यापारियों, श्रमिकों, उद्यमियों और विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों के रूप में दूसरे देशों में गए थे।विदेशों में भारतीय प्रवासियों की सफलता भारत के लिए सम्मान की बात है।उन्होने कहा कि विश्व में प्रवासी भारतीय सांसद हैं और वे बड़ी-बड़ी कंपनियों का नेतृत्व कर रहे हैं।ये लोग भारत के कारोबार और निवेश संबंधी वातावरण में परिवर्तन ला सकते हैं।
सूचना और प्रसारण मंत्री कर्नल राज्यवर्द्धन राठौड़ ने प्रवासी भारतीयों के बीच बड़ी संख्या में उपस्थित युवाओं का स्वागत करते हुए कहा कि नए भारत के निर्माण में देश प्रवासियों का समर्थन चाहता है। श्री राठौड़ ने कहा कि प्रवासी भारतीय देश के सबसे बड़े दूत हैं।उन्होंने कहा कि भारत अपनी अलग पहचान बना रहा है और पिछले साढ़े चार वर्षों के दौरान इसमें बहुत वृद्धि हुई है क्योंकि लोगों ने केंद्र में एक मजबूत सरकार बनाने के लिए मतदान किया।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सत्ता संभालने के बाद उन्होंने राज्य में निवेश के परिदृश्य में बहुत परिवर्तन लाने का प्रयास किया।उन्होंने प्रवासी भारतीयों को अपनी पिछली पीढ़ियों के राज्य में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया।