नई दिल्ली 12 फरवरी।रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि भारत ने चीन के साथ समझौते के परिणामस्वरूप अपना कोई भू-भाग नहीं छोडा है।
मंत्रालय ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आरोपों पर बगैर उनका नाम लिए कहा कि इसके उलट वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) का पालन और सम्मान किया गया है और यथास्थिति में किसी भी प्रकार का एकतरफा परिवर्तन नहीं किया गया।मंत्रालय ने कहा कि संसद के दोनों सदनों में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह द्वारा स्पष्ट रूप से तथ्यात्मक स्थिति को पहले ही स्पष्ट किया गया है।
मंत्रालय ने कहा कि रक्षामंत्री के बयान ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि हॉट स्प्रिंग्स, गोगरा और डेपसांग सहित अन्य स्थानों पर कुछ समस्यायें हैं, जिनका समाधान किया जाएगा। पैंगोंग झील पर विवाद के हल होने के 48 घंटे के भीतर बकाया मुद्दों को उठाया जायेगा।मंत्रालय ने कहा कि यहां तक कि एलएसी की हमारी अवधारणा फिंगर 4 पर नहीं बल्कि फिंगर 8 पर है। यही कारण है कि भारत ने चीन के साथ वर्तमान में फिंगर 8 तक गश्त करने का अधिकार लगातार बनाए रखा है।
मंत्रालय ने कहा है कि जो लोग भारतीय सैन्यकर्मियों के बलिदान से संभव हुई उपलब्धियों पर संदेह करते हैं, वे वास्तव में उनका अपमान कर रहे हैं।