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आरटी-पीसीआर जांच के लिए कांकेर एवं महासमुन्द में वायरोलॉजी लैब का लोकार्पण

रायपुर 30 अप्रैल।कोरोना की भयावह स्थिति से जूझ रहे छत्तीसगढ़ के दो और जिला मुख्यालयों कांकेर एवं महासमुन्द में आज से कोरोना सैंपल की आरटी-पीसीआर जांच शुरू हो गई।

स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने आज कांकेर और महासमुंद में कोरोना सैंपलों की आरटीपीसीआर जांच के लिए वायरोलॉजी लैब का वर्चुवल शुभारंभ किया। इन दोनों नए लैबों को मिलाकर अब प्रदेश के नौ शासकीय लैबों में आरटीपीसीआर जांच की सुविधा हो गई है। इससे रोजाना आरटीपीसीआर जांच की संख्या बढ़ने के साथ ही लोगों को रिपोर्ट भी जल्दी मिलने लगेगी।श्री सिंहदेव ने आज कांकेर में 236 बिस्तरों के नए डेडीकेटेड कोविड अस्पताल का भी शुभारंभ किया।

श्री सिंहदेव ने  इस मौके पर कहा कि छत्तीसगढ़ कोरोना के विरूद्ध लड़ाई में मजबूती से आगे बढ़ रहा है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण की शुरूआत के समय एक भी वायरोलॉजी लैब नहीं था। एम्स रायपुर के बाद प्रदेश के सभी छह शासकीय मेडिकल कॉलेजों रायपुर, बिलासपुर, जगदलपुर, राजनांदगांव, रायगढ़ और अंबिकापुर में आरटीपीसीआर जांच की सुविधा विकसित की गई है। आज प्रदेश के दो नए मेडिकल कॉलेजों कांकेर और महासमुंद में भी वायरोलॉजी लैब की शुरूआत हो रही है। इन नई सुविधाओं से प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की पहचान और उन्हें समय पर उपचार उपलब्ध कराने में तेजी आएगी।

उन्होने कहा कि आरटीपीसीआर जांच की संख्या बढ़ाने स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरबा, कोरिया, जशपुर, जांजगीर, दुर्ग, दंतेवाड़ा और बलौदाबाजार में भी वायरोलॉजी लैब की स्थापना का काम प्रारंभ किया जा चुका है। इनके साथ ही शासन द्वारा बालोद और मुंगेली में भी वायरोलॉजी लैब खोलने की अनुमति दी गई है। इन सभी सुविधाओं के तैयार हो जाने के बाद प्रदेश में आरटीपीसीआर जांच की सुविधा वाले शासकीय केंद्रों की संख्या 18 हो जाएगी। विभाग की कोशिश रहेगी कि ये सभी लैब जल्दी से जल्दी शुरू हो जाएं।

श्री सिंहदेव ने प्रदेश में नए वायरोलॉजी लैबों की स्थापना में एम्स रायपुर की भूमिका को रेखांकित करते हुए निदेशक डॉ. नितिन एम. नागरकर को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि कांकेर और महासमुंद के नए वायरोलॉजी लैब में दोनों जिलों के सैंपलों से जांच की शुरूआत की जाएगी। लैब की क्षमता बढ़ने के साथ आसपास के जिलों के सैंपलों की भी जांच की जाएगी।