रायपुर 06 मई।छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा नेता अजय चन्द्राकर ने राज्य की भूपेश सरकार पर टीकाकरण को लेकर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए मोदी सरकार से राज्य की विशेष परिस्थितियों को देखते हुए खुले बाजार की वैक्सीन की दरे कम करने की मांग की हैं।
श्री चन्द्राकर ने आज यहां वर्चुवल प्रेस कान्फ्रेंस में आरोप लगाया कि भूपेश सरकार ने 18 से 44 आयु वर्ग के टीकाकरण के लिए एक डोज के लिए भी किसी कम्पनी को आर्डर नही दिया है। उन्होने सरकार को आर्डर एवं भुगतान के बारे में ब्योरा सार्वजनिक करने की चुनौती देते हुए कहा कि देश की यह पहली सरकार है जिसने टीकाकरण में गरीब अमीर जाति को लेकर वर्गीकरण किया।उच्च न्यायालय ने जब इस पर हस्तक्षेप किया तो टीकाकरण ही बन्द कर दिया।
उन्होने कहा कि टीकाकरण को स्थगित कर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में समिति बनाने का सरकार ने निर्णय लिया है जिसकी रिपोर्ट कब आयेंगी,इसका कुछ पता नही है।उन्होने टीकाकरण को बन्द करने को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ कोरोना संक्रमण से बुरी तरह से प्रभावित हैं और बड़ी संख्या में असमय युवा वर्ग अपनी जान गंवा रहा है।उन्होने कहा कि टीकाकरण जैसे संवेदनशील मसले पर सरकार असत्य कथन कर रही है।उत्तरप्रदेश में टीके के लिए हुए ग्लोबल टेंडर का उल्लेख करते हुए कहा कि भूपेश सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है।
श्री चन्द्राकर ने राज्य में कोरोना की भयावह स्थिति को देखते हुए केन्द्र की मोदी सरकार से खुले बाजार के टीके की दर 1200 रूपए की बजाय 250 रूपए या थोड़ा अधिक रखने की मांग की है,जिससे राज्य की 18 वर्ष से अधिक की युवा पीढ़ी खुले बाजार से अपने संसाधनों से टीकाकरण करवाकर अपना जीवन सुरक्षित कर सकें।