लखनऊ 11 जुलाई।उत्तर प्रदेश सरकार ने वर्ष 2030 तक के लिए राज्य की जनसंख्या नीति के प्रारूप की घोषणा कर दी है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज यहां विश्व जनसंख्या दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होने एक पुस्तिका जारी करते हुए कहा कि इससे लोगों का जीवन खुशहाल होगा और समाज के सभी वर्गों को जनसंख्या नियंत्रण कार्यक्रम से जोड़ना होगा।
उन्होने कहा कि जनसंख्या स्थिरीकरण का जो प्रयास है, यह समाज की व्यापक जागरूकता के साथ जुड़ा हुआ है। समाज में जहां गरीबी है, वहां जनसंख्या वृद्धि का उसके साथ एक संबंध हो चुका है और इस चीज से व्यापक जागरूकता का एक अभियान उन सभी तबकों को ध्यान में रखकर के जब तक हम लोग नहीं चलाएंगे, तब तक उन लक्ष्यों को प्राप्त करने में कठिनाई होगी। तो देश में आबादी के हिसाब से सबसे बड़े इस राज्य के बारे में हमें गौर से सोचना होगा।
नीति के मसौदे के अनुसार दो से अधिक बच्चे वाले लोग स्थानीय निकाय चुनाव नहीं लड़ सकेंगे। जिन लोगों की दो तक ही संतानें होंगी, उन्हें और अधिक सरकारी सुविधाएं और प्रोत्साहन प्रदान किए जाएंगे। मसौदे में यह भी कहा गया है कि दो बच्चों के मानदंड का पालन नहीं करने वाले सरकारी कर्मचारी कई लाभों से वंचित रहेंगे। साथ ही नीति का उल्लंघन करने वाले लोग सब्सिडी और सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं ले पाएंगे।