नई दिल्ली 02 अगस्त। पेगासस जासूसी और कृषि कानूनों को लेकर संसद के दोनों सदनों में आज भी हंगामे का दौर जारी रहा। बार बार स्थगन के बाद लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई।
लोकसभा में तीसरे स्थगन के बाद जब सदन की कार्यवाही शाम साढ़े तीन बजे शुरू हुई तो कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, वाम पंथी और अन्य पार्टियों के सदस्य फिर से नारेबाजी करते हुए सदन के बीचों-बीच आ गए।
सुबह जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो विपक्षी सदस्यों ने कथित पेगासस जासूसी और कृषि कानूनों से संबंधित मुद्दों को उठाने की कोशिश की और हंगामा किया। हंगामे के बीच अध्यक्ष ओम बिड़ला ने प्रश्नकाल चलाने की कोशिश की और प्रदर्शनकारी सदस्यों से अपनी सीटों पर वापस जाने और सदन को चलने देने का आग्रह किया। लेकिन, सदस्यों ने तख्तियां दिखा कर नारेबाजी जारी रखी।
राज्यसभा में भी कुछ इसी तरह की स्थिति रही। दूसरे स्थगन के बाद दोपहर दो बजे सदन की बैठक दोबारा शुरू हुई तो कांग्रेस, टीएमसी, वामपंथी और आम आदमी पार्टी सहित विपक्षी सदस्यों ने पेगासस जासूसी और कृषि कानूनों पर चर्चा की मांग जारी रखी। समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, शिवसेना और एनसीपी के सदस्य भी उनके साथ खड़े थे। हंगामे और शोर शराबे के बीच विनियोग विधेयक 2021 सदन में पेश किया गया। विरोध करने वाले सदस्य अपनी मांग पर अड़े रहे तो पीठासीन अधिकारी ने सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी।
हंगामे के बीच उपसभापति हरिवंश ने प्रश्नकाल चलाने का प्रयास किया। लेकिन स्थिति में सुधार न होने पर उन्होंने कार्यवाही तीन बज कर 36 मिनट तक के लिए स्थगित कर दी। इससे पहले, उपसभापति की बार बार अपील के बावजूद सदन में प्रश्नकाल पूरा नहीं हो सका।