नई दिल्ली 17 सितम्बर।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि शंघाई सहयोग संगठन क्षेत्र(एस.सी.ओ.)के सामने आ रही समस्याओं का मूल कारण कट्टरता का बढ़ना है। अफगानिस्तान में हाल के घटनाक्रमों ने कट्टरपंथ से उत्पन्न चुनौतियों को और अधिक स्पष्ट कर दिया है।
श्री मोदी ने शंघाई सहयोग परिषद के राष्ट्राध्याक्षों की 21वीं बैठक के पूर्ण सत्र को वर्चुअली संबोधित करते हुए कहा कि इस क्षेत्र में सबसे बड़ी चुनौती शांति, सुरक्षा और विश्वास की कमी से संबंधित है।उन्होने कहा कि कट्टरपंथ के खिलाफ लड़ाई न केवल क्षेत्रीय सुरक्षा और विश्वास के लिए जरूरी है बल्कि युवाओं के उज्ज्वल भविष्य को सुनिश्चित करने के लिए भी आवश्यक है।
उन्होने कहा कि भारत मध्य एशिया के साथ संपर्कों को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि ईरान के चाबहार बंदरगाह में भारत का निवेश और अंतरराष्ट्रीय उत्तर-दक्षिण गलियारे में उसके प्रयास इस क्षेत्र में संपर्क व्यवस्था में सुधार लाने की भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं।
श्री मोदी ने कहा कि संगठन के सदस्य देशों को प्रतिभाशाली युवाओं को विज्ञान और तर्कसंगत सोच के प्रति प्रोत्साहित करना चाहिए।उन्होंने कहा कि देश नवाचार को बढ़ावा देने के लिए स्टार्टअप्स और उद्यमशीलता को एक साथ ला सकते हैं।