रायपुर 24 नवम्बर।छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने आरोप लगाया हैं कि राज्य में मुख्यमंत्री एवं मंत्रियों में केन्द्र को चिट्ठी लिखने की प्रतिस्पर्धा चल रही है।
श्री अग्रवाल ने आज यहां जारी बयान में कहा कि जो लोग जनप्रतिनिधियों के एवं जनता के पत्रों का जवाब नही देते वे पत्र लिखने में जुटे हैं। मुख्यमंत्री धान खरीद की व्यवस्था नहीं कर पा रहे हैं, बारदाना की व्यवस्था नहीं कर पा रहे हैं और पत्र लिख कर अपना पल्ला झाड़ रहे हैं। कृषि मंत्री किसानों के लिए केंद्र सरकार से प्राप्त पैसे का उपयोग नहीं कर पा रहे हैं। केंद्र से मिला बजट लैप्स हो रहा है और वह मंत्री पत्र लिखने में व्यस्त हैं।स्वास्थ्य मंत्री प्रदेश की जनता को पहले एवं दूसरे डोज का वेक्सिनेशन नही करवा पा रहे है, कोविड के रोकथाम में पूरी तरह फेल है और अपनी नाकामी छुपाने बूस्टर डोज के लिए केंद्रीय मंत्री को पत्र लिख रहे हैं।
उन्होने कहा कि कृषि मंत्री चौबे रबी फसल के लिए उर्वरकों की कमी की आशंका जताकर नवम्बर में रैक में एनपीके उर्वरक और डीएपी उर्वरक की आपूर्ति करने की मांग की है और यह बताया कि प्रदेश में 4.78 लाख हेक्टेयर में रबी फसल की बुआई हो चुकी है।उऩ्होने हैरत जताई कि 01 नवम्बर से धान ख़रीदी की मांग करने पर प्रदेश सरकार और कांग्रेस के नेता प्रदेशभर में यह कहते हुए घूम रहे थे कि अभी तो खरीफ़ के धान की कटाई नहीं हुई है इसलिए प्रदेश सरकार ने धान ख़रीदी की शुरुआत 01 दिसम्बर से करने की घोषणा की।
श्री अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश सरकार ने जब ख़रीफ़ की कटाई तक नहीं होने का दावा करके धान ख़रीदी शुरू नहीं की तो अब 4.78 लाख हेक्टेयर में रबी की बुआई का दावा वह किस आधार पर कर रही है?