रायपुर 09 दिसम्बर।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वाहनों की सुरक्षित ड्राइविंग के लिए प्रशिक्षण को जरूरी बताते हुए विश्वास जताया कि सुरक्षित ड्राइविंग स्किल सिखाने में आईडीटीआर की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
श्री बघेल ने आज नवा रायपुर के तेंदुआ में 17 करोड़ रूपए की लागत से निर्मित इंस्टीट्यूट ऑफ ड्राईविंग एण्ड ट्रैफिक रिसर्च छत्तीसगढ़ का लोकार्पण करते हुए कहा कि सुरक्षित ड्राइविंग स्किल सिखाने में इंस्टीट्यूट ऑफ ड्राईविंग एण्ड ट्रैफिक रिसर्च की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। सुरक्षित परिवहन के लिए यह आवश्यक है कि हम स्वयं यातायात नियमों का पालन करते हुए वाहन चलाएं, इसके साथ यह भी जरूरी है कि सामने वाला भी सही ढंग से वाहन चलाएं।
उन्होने कहा कि तेज गति से वाहन चलाना नहीं बल्कि यह महत्वपूर्ण है कि हमारा नियंत्रण अपने वाहन पर हो। इस दौरान उन्होने अपनी युवा अवस्था में मोटरसाइकिल, ट्रैक्टर और कार चलाने के अनुभवों को भी आम जनता के साथ साझा किया। उन्होंने कहा कि पहले की गाड़ियों में कम फंक्शन होते थे, लेकिन आज गाड़ियों में बहुत से फंक्शन हैं, सुरक्षित यातायात के लिए यह गाड़ी के फंक्शन की जानकारी होना जरूरी है। इंस्टीट्यूट में गाड़ी के इंजन, पिस्टन सहित विभिन्न यंत्रों की कार्य प्रणाली की जानकारी टेक्नीकल लैब में मॉडलों और वीडियो के माध्यम से दी जाएगी। जिससे गाड़ी में आने वाली छोटी मोटी खामियों को दुरूस्त किया जा सके।
परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि इस ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले अभ्यर्थियों को रोजगार उपलब्ध कराने में सहयोग दिया जाएगा। यहां प्रशिक्षण प्राप्त करने वालों को शासकीय विभाग में वाहन चालक पद पर भर्ती में प्राथमिकता दी जाएगी। प्रशिक्षण पूरा करने वालों को लाइसेंस दिए जाएंगे।मारुति सुजुकी इंडिया के सीईओ एवं एमडी केनिची आयुकावा ने कहा कि उनके संस्थान द्वारा पिछले 20 वर्ष में देश में 39 लाख लोगों को ड्राइविंग का प्रशिक्षण दिया गया है। नवा रायपुर में स्थित यह आईडीटीआर मारूति सुजुकी का देश में 8वां संस्थान है।