रायपुर, 12 जनवरी।छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुईया उइके ने भारतीय पुलिस सेवा के परिवीक्षाधीन अधिकारियों से कहा हैं कि ऐसा कार्य करें कि समाज में शोषितों-पीड़ितों को न्याय मिले, किसी के साथ भेदभाव न हो।
सुश्री उइके ने आज राजभवन में मुलाकात करने आए परिवीक्षाधीन अधिकारियों से कहा कि वह सही और गलत में भेद करते हुए अपने कर्तव्य और भूमिका का निर्वहन करें। कार्य के दौरान कई चुनौतियां आती हैं साथ ही विपरीत परिस्थिति का भी सामना करना पड़ता है। ऐसी परिस्थितियों में अपने वरिष्ठ अधिकारियों का मार्गदर्शन लें और उनके अनुभव का लाभ लेते हुए कार्य करें।
उन्होने छत्तीसगढ़ पुलिस के सूत्र वाक्य ‘पारित्राणाय-साधुनाम’’को लक्ष्य बनाकर कार्य करने का निर्देश देते हुए कहा कि उनका उद्देश्य सबसे पहले जनसेवा है। इस अवसर पर सहायक पुलिस महानिरीक्षक (सुरक्षा) एम.एल. कोटवानी सहित परिवीक्षाधीन अधिकारियों में बंकर वैभव रमनलाल, सुश्री पूजा कुमार, राजनाला स्मृतिकी,संदीप कुमार पटेल उपस्थित थे।