रायपुर 24 फरवरी।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दावा किया हैं कि उत्तरप्रदेश में भाजपा चुनाव को धर्म एवं जाति पर केन्द्रित करने में विफल हो गई हैं।
श्री बघेल ने उत्तरप्रदेश के चुनावी दौरे से लौटने पर आज यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में लहर में भाजपा प्रत्याशी जीत तो गए पर उन्होने कोई काम नही किया,इस कारण उनके प्रत्याशियों का कई स्थानों पर विरोध हुआ तो एक विधायक ने तो मंच से उठा बैठक कर लोगो से पांच वर्ष में काम नही करने के लिए क्षमा याचना की।
उन्होने कहा कि भाजपा ने पहले चरण से ही चुनाव को धर्म एवं जाति पर केन्द्रित करने की कोशिश की,पर वह तमाम कोशिशों के बाद भी इसमें कामयाब नही हुई।अब चार चरण के चुनाव बीतने के साथ ही चुनाव प्रत्याशियों के व्यक्तित्व पर केन्द्रित हो गया हैं।उन्होने कहा कि भाजपा के खिलाफ राज्य में माहौल दिखाई पड़ रहा हैं और उसका सत्ता से हटना तय हैं।
श्री बघेल ने कहा कि छुट्टा जानवरों की समस्या वैसे तो देश व्यापी हैं,लेकिन उत्तरप्रदेश में सबसे गंभीर हैं। पांच वर्ष पहले राज्य में यह कोई समस्या नही थी।इस समस्या की देन भाजपा एवं उसके आनुवांशिक संगठन बजरंग दल और विश्व हिन्दू परिषद हैं जिन्होने पशुओं के क्रय विक्रय को जबरिया रोकवाया और इस व्यवसाय से जुड़े लोगो पर हमले किए,मुकदमें करवाए,पैसों की वसूली की और कुछ जगहों पर हत्याएं भी हुई।
उन्होने कहा कि पांच साल तक इस गंभीर समस्या को नजरदांज करने के बाद प्रधानमंत्री ने अब जाकर स्वीकार किया कि यह समस्या हैं।वह 10 मार्च के बाद इसका हल खोजने और गोबर खरीद की बात की हैं।छत्तीसगढ़ ने काफी पहले इसका हल खोज लिया,उसकी कापी कर उसे देशभर में लागू करना चाहिए।उन्होने कहा कि छत्तीसगढ़ की गोधन न्याय योजना को लोकसभा की समिति ने ही नही सराहा बल्कि गुजरात सरकार की टीम भी इसका अध्ययन करने राज्य का दौरा कर चुकी हैं।