रायपुर, 26 मार्च।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उद्योगपतियों को छत्तीसगढ़ में निवेश के लिए आमंत्रित करते हुए कहा हैं कि राज्य की उद्योग नीति सबसे बेहतर और आकर्षक है।
श्री बघेल ने आज यहां फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट आर्गनाइजेशन द्वारा आयोजित एक्सपोर्ट कॉन्क्लेव को सम्बोधित करते हुए यह आमंत्रण देते हुए कहा कि यहां पर उद्योगों के विकास के लिए आधारभूत संरचनाएं, मानव संसाधन एवं बिजली जैसी तमाम सुविधाएं उपलब्ध है। हमारी उद्योग नीति ऐसी है, जिसमें कोई भी उद्योगपति एनपीए नहीं होगा।उन्होने उद्योगपतियों से कहा कि आप दो कदम आगे बढ़िये, आपको छत्तीसगढ़ में सारी सुविधाएं के साथ सहयोग भी मिलेगा।
उन्होने कहा कि जो छत्तीसगढ़ कभी नक्सल समस्या के कारण जाना जाता था, अब यहां वह बात नहीं है। यहां बस्तर में नियमित विमान की सेवा की सुविधा उपलब्ध है। छत्तीसगढ़ देश का हृदय है। बिलासपुर से एयर कनेक्टीविटी की सुविधा भी शुरू हो गई है। उन्होंने कहा कि राजधानी रायपुर सड़कमार्ग, रेलमार्ग से देश के विभिन्न भागों से जुड़ा हुआ है। हमारी उद्योग नीति इतनी अच्छी है कि हमने पिछले तीन वर्षों में करीब 70 हजार करोड़ रूपए का एमओयू किया है। मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ में कार्गों की स्थापना की आवश्यकता भी जताई।
श्री बघेल ने कहा कि हम अपने गौठानों को रूरल इंडस्ट्रीयल पार्क के रूप में विकसित कर रहे है। यहां पर उद्योगपतियों को जमीन, सेड तथा स्व-सहायता समूह के रूप में मानव संसाधन मिलेंगे।यहां पर बिजली भी तैयार हो रही है। छत्तीसगढ़ में उद्योगपति आये, बिना किसी अतिरिक्त प्रक्रियाओं का पालन किए, कलेक्टर को आवेदन देकर उद्योग स्थापित करें। यहां के युवाओं को प्रशिक्षण दें, गुणवत्तापूर्ण उत्पाद प्राप्त कर आय अर्जित करें।
उन्होने कहा कि छत्तीसगढ़ पर खनिज के साथ-साथ कृषि और वनोपज के क्षेत्र में धनी राज्य है। राज्य सरकार ने इस क्षेत्र में कार्य करना शुरू किया है। हमारे यहां धान की 23 हजार से अधिक प्रजातियां है। हमने 14 जिलों को आर्गनिक जिला घोषित किया है। हमारा प्रदेश देश में सबसे अधिक लघु वनोपज इकट्ठा करने वाला राज्य हैं। हम 200 फूडपार्क स्थापित कर रहे है, जिनमें 110 फूडपार्क के लिए भूमि का चिन्हांकन कर लिया गया है। लघु वनोपज की प्रोसेसिंग की जा रही है।
इस अवसर पर उद्योग विभाग के प्रमुख सचिव मनोज कुमार पिंगुआ, फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट आर्गनाईजेशन के रीजनल चेयरमेन नंदकिशोर कांग्लीवाल तथा देश-प्रदेश से आए उद्योगपति उपस्थित थे।