मुम्बई/गुवाहाटी 23 जून। महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट लगातार जारी हैं।उद्दव सरकार के सहयोगी दलों की आज जहां मुम्बई में बैठक हुई है वहीं इस बीच शिवसेना के कुछ और विधायकों के गुवाहाटी पहुंचने की खबर है।
शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे के खेमे ने दावा किया है कि पांच और विधायक गुवाहाटी पहुंचे हैं, इसके साथ ही उन्हें कम से कम 41 विधायकों का समर्थन प्राप्त हो गया है। श्री शिंदे ने आगे की कार्यवाही के लिए अपने साथी विधायकों के साथ कई बैठकें कीं। इस बीच, तृणमूल कांग्रेस की असम इकाई के कार्यकर्ताओं ने उस होटल के बाहर विरोध प्रदर्शन किया, जहां विधायक ठहरे हुए हैं। होटल के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
शिवसेना प्रवक्ता और सांसद संजय राउत ने इस बीच आज मुंबई में कहा कि शिवसेना महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी सरकार से बाहर आने को तैयार है, लेकिन इसकी मांग करने वाले बागी विधायक भी 24 घंटे में गुवाहाटी से मुंबई लौट आने चाहिए। इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए एनसीपी नेता छगन भुजबल ने कहा कि यदि शिवसेना एमवीए से बाहर निकलना चाहती है तो उन्हें एनसीपी प्रमुख शरद पवार से बात करनी चाहिए।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी नेता और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा है कि उनकी पार्टी उद्धव ठाकरे को पूरा समर्थन देती है और उन्होंने उद्धव और आदित्य ठाकरे को इस बात से अवगत करा दिया है। इस बीच, एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने अपनी पार्टी के अजीत पवार, छगन भुजबल और जितेंद्र अवध सहित शीर्ष नेताओं से मुलाकात की।
कांग्रेस ने राजनीतिक संकट पर आपातकालीन बैठक भी की जिसमें बाला साहब थोराट, नितिन राउत, अशोक चव्हाण और पृथ्वीराज चौहान सहित शीर्ष नेताओं ने भाग लिया। महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने पार्टी की बैठक के बाद कहा कि यदि आवश्यक हुआ तो कांग्रेस महा विकास अघाड़ी सरकार को बाहर से भी समर्थन दे सकती है। महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता अशोक चव्हाण ने कहा कि महा विकास अघाड़ी का गठन एक न्यूनतम साझा कार्यक्रम के आधार पर किया गया था और कांग्रेस उस पर अभी भी कायम है तथा महा विकास अघाड़ी के लिए उसका समर्थन जारी है।