मनीला 13 नवम्बर।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि उनकी सरकार भारत को विनिर्माण का वैश्विक केन्द्र बनाना चाहती है।
श्री मोदी ने आज यहां फिलीपींस की राजधानी मनीला में आसियान व्यापार तथा निवेश सम्मेलन में उन्होंने भारत को निवेश के लिए आकर्षक देश बताते हुए इसकी विकास उपलब्धियों का उल्लेख किया।श्री मोदी ने कहा कि वे चाहते हैं कि भारतीय युवा रोजगार तलाशने की बजाय रोजगार देने वाले बनें।
उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था का नब्बे प्रतिशत से अधिक क्षेत्र प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के लिए खुला है।प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में कंपनी शुरू करने और मंजूरी प्रक्रिया सरल बनायी गई है। उन्होंने कहा कि लगभग एक साल पहले की गई नोटबंदी के बाद नकदी रहित लेनदेन में 34 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जी एस टी की जटिल प्रक्रिया को सफलता पूर्वक लागू किया गया है, हालांकि इसमें अभी बहुत कुछ करने की जरूरत है।उन्होंने इस वर्ष की विश्व बैंक की सुगम कारोबार की सूची में भारत के तीस अंक के उछाल का भी जिक्र किया। श्री मोदी ने कहा कि दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया, विश्व के विकास का वाहक बनेंगे।
श्री मोदी ने कहा कि भारत आसियान देशों के साथ आपसी संबंध मजबूत करने पर विशेष ध्यान दे रहा है।
श्री मोदी ने इस दौरान अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आसियान शिखर सम्मेलन के दौरान अलग से दिवपक्षीय वार्ता की।बैठक में दोनों नेताओं ने रक्षा और सुरक्षा सहित कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की।श्री मोदी ने अमरीकी राष्ट्रपति से कहा कि भारत और अमरीका आपसी संबंधों से आगे जाकर एशिया के भविष्य के लिए संयुक्त रूप से काम कर सकते हैं जो हिन्द-प्रशांत क्षेत्र में महत्वपूर्ण मुद्दों पर बढ़ती सहमति को दर्शाता हो।
श्री मोदी ने श्री ट्रंप को आश्वासन दिया कि भारत अमरीका और विश्व की आकांक्षाओं पर खरा उतने की कोशिश करेगा।प्रधानमंत्री श्री मोदी ने अमरीकी राष्ट्रपति द्वारा अपनी यात्रा के दौरान भारत की प्रशंसा किए जाने के लिए उन्हें धन्यवाद दिया।