रायपुर, 11 जुलाई।जिन्दल स्टील एंड पावर (जेएसपी) ने स्पंज आयरन इकाइयों की जरूरतें पूरी करने के लिए कोयला बिक्री कंपनी शुरू की है।
जेएसपी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (स्टील) डीके सरावगी ने स्पंज आयरन उद्योगपतियों की कल यहां हुई बैठक में उन्हे यह जानकारी देते हुए कहा कि उनकी कंपनी जिन्दल स्टील गैर-बिजली क्षेत्र में उत्पन्न कोयला की कमी को देखते हुए कोयले की विशेष वैरायटी मोजाम्बिक स्टीम कोल (ग्रेड वीटी-1) लेकर आई है।उन्होंने कहा कि नॉन कोकिंग थर्मल कोल श्रेणी का मोजाम्बिक स्टीम कोल (ग्रेड वीटी-1) स्पंज आयरन उत्पादन में किल्न के लिए न सिर्फ उपयुक्त है बल्कि दोहरी भूमिका भी निभाता है।
उन्होने बताया कि उत्पादन प्रक्रिया में यह ताप ऊर्जा प्रदान करने का काम करता ही है, उत्पाद में मिलावट कम करने (रिड्यूसिंग एजेंट) में भी मददगार है। इस कोयले में फिक्स्ड कार्बन की मात्रा 57 प्रतिशत है जिससे इसकी उत्पादकता अधिक है और यह 5 फीसदी तक ऊर्जा की बचत भी करता है। इसमें राख (ऐश) की मात्रा 24.2 प्रतिशत है और यह थर्मल प्लांट के लिए भी उपयुक्त है।
श्री सरावगी ने बताया कि मोजाम्बिक स्टीम कोल (ग्रेड वीटी-1) से किल्न की उत्पादकता 6 प्रतिशत तक बढ़ जाती है और किल्न की उम्र भी बढ़ती है। इसके अलावा इसमें 6 प्रतिशत कम कोयला लगता है और 8 प्रतिशत तक कम ठोस कचरा निकलता है। इस कोयले के उपयोग के बाद देखा गया कि कार्बन डाई ऑक्साइड का उत्सर्जन 5 फीसदी से भी कम है।
इस अवसर पर प्रेसिडेंट प्रदीप टंडन ने कहा कि इस नए कारोबार के लिए जेएसपी वल्कन एनर्जी-मोजाम्बिक से कोयले का आयात करेगी और देश के विभिन्न स्थानों पर स्थापित अपने प्रतिष्ठानों और बिक्री केंद्रों के माध्यम से कोयला उपलब्ध कराएगी। देश में कोयले की उपलब्धता के लिए शुरू किये गए इस नए कारोबार से छोटी स्टील मिलों को स्पंज आयरन किल्न के संचालन में कोयले की कमी आड़े नहीं आएगी। इनदिनों कोयले की कमी है इसलिए सरकार देश की ऊर्जा जरूरतें पूरी करने के लिए कोयले के आयात को प्रोत्साहित कर रही है।