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केरल में सामने आए स्वाइन फ्लू के मामले, 15 सूअरों की मौत

केरल के वायनाड जिले और पड़ोसी जिले कन्नूर में पहली बार अफ्रीकी स्वाइन फ्लू के मामले सामने आए हैं। वायनाड में जुलाई के अंतिम सप्ताह में पहला मामला सामने आया था, जिसके बाद दो फार्मों में 300 से अधिक सूअरों को मार दिया गया था।

वायनाड में 15 सुअरों की मौत

सोमवार सुबह वायनाड में ताजा मामले सामने आए, जहां अचानक 15 सूअरों की मौत हो गई। परीक्षणों में अफ्रीकी स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई

कन्नूर में 200 सूअरों को मारा जाएगा

कन्नूर के सुअर फार्म में अधिक मामले सामने आने के साथ, लगभग 200 सूअरों को मार दिया जाएगा। अधिकारियों ने पीड़ित किसानों को पर्याप्त मुआवजे का वादा किया है।

वायनाड में सूअरों में मिला था स्वाइन फ्लू

बता दें, वायनाड के मनंतवाडी क्षेत्र के दो फार्मों में सूअरों में स्वाइन फ्लू के लक्षण मिले थे। उनकी रिपोर्ट पाजिटिव आई थी, जिसके चलते एक फार्म के सभी जानवरों की मौत हो गई थी। वहीं, केरल की पशुपालन मंत्री जे. चिंजू रानी ने भी सभी सीमा चौकियों पर कड़ी जांच के निर्देश जारी किए।

सूअरों को ले जाने वाले वाहनों के प्रवेश पर लगी रोक

स्वास्थ्य मंत्री ने राज्य में सूअर, सूअर का मांस, सुअर के मांस उत्पादों और सुअर के मलमूत्र को ले जाने वाले वाहनों के प्रवेश को रोकने के लिए निर्देश जारी किए। इसके अलावा, उन्होंने वन विभाग को यह भी सुझाव दिया कि यदि कोई जंगली सूअर असामान्य परिस्थितियों में मरता है तो उन्हें सूचित किया जाए।

सूअरों की तस्करी करने वालों के खिलाफ होगी कार्रवाई

पशु कल्याण विभाग के डाक्टरों के मार्गदर्शन में केरल में सभी फार्मों का निरीक्षण किया जा रहा है। नियमों का उल्लंघन करके सूअरों की तस्करी करने की कोशिश करने वालों के खिलाफ कड़ी सजा दी जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री ने आगे बताया कि सभी खेत मालिकों को पशु कल्याण विभाग द्वारा सुझाए गए जैव सुरक्षा प्रणाली को मजबूत करने का ध्यान रखना चाहिए, यदि वर्तमान में निवारक टीका उपलब्ध नहीं है।

स्वाइन फ्लू के लक्षण कौन-कौन से हैं?

स्वाइन फ्लू आमतौर पर इन्फ्लूएंजा वायरस के कारण होता है। यह वायरस सूअरों में पाया जाता है। स्वाइन फ्लू के लक्षणों में बुखार, गले में खराश, नाक बहना और नाक बंद होना शामिल है। स्वाइन फ्लू के कारण श्वसन प्रणाली प्रभावित होती है।