राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के हाथ बड़ी कामयाबी लगी है। 15 अगस्त से पहले एजेंसी ने दिल्ली से आईएसआईएस के सक्रिय सदस्य को गिरफ्तार किया है। आतंकी का नाम मोहसिन अहमद है। उसे आईएसआईएस मॉड्यूल की गतिविधियों को लेकर की गई तलाशी के बाद गिरफ्तारी किया गया है। एनआईए ने रविवार को आरोपी मोहसिन अहमद पुत्र मोहम्मद शकील अहमद के आवासीय परिसर की तलाशी ली। वह वर्तमान में एफ- 18/27, जापानी गली, जोगाबाई एक्सटेंशन, बाटला हाउस में रह रहा था।
एनआईए ने 25 जून को आईपीसी की धारा 153ए, और 153बी और यूए(पी) अधिनियम की धारा 18, 18बी, 38, 39 और 40 के तहत मामला दर्ज किया था। गिरफ्तार आरोपी प्रतिबंधित आतंकी संगठन आईएसआईएस का कट्टरवादी और सक्रिय सदस्य है। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। जानकारी के अनुसार, एनआईए की टीम ने बाटला हाउस के एक घर पर छापा मारा। जहां से संदिग्ध मोहसिन को गिरफ्तार किया गया। छापेमारी के दौरान घर से कई आपत्तिजनक दस्तावेज मिले हैं।
छात्रों को बरगलाने की करता था कोशिश
आरोपी आतंकी संगठन का सक्रिय सदस्य है। एनआईए मामले की जांच में जुट गया है। 25 जून को ही एनआईए ने एफआईआर दर्ज कर ली थी। इसके बाद लगातार जांच की जा रही थी। पुलिस ने नजर बनाकर रखी हुई थी। संदिग्ध मकान की चौथी मंजिल पर किराए पर रह रहा था। मोहसिन पर लगातार आईएसआईएस के मॉड्यूल से जुड़े होने का आरोप है। हवाला, क्रिप्टोकरेंसी के जरिए पैसों का लेन-देन कर रहा था। संदिग्ध पर यह भी आरोप है कि वो बाटला हाउस में रहकर आसपास के लोगों और छात्रों को बरगलाने की कोशिश करता था।
हवाला के जरिए किया ट्रांजेक्शन
एजेंसी ने आतंकी पर लगातार नजर रखी हुई थी। जैसे ही पुख्ता सबूत मिले इसे गिरफ्तार कर लिया गया। अब इससे यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि क्रिप्टोकरेंसी और हवाला के जरिए जो ट्रांजेक्शन हुई हैं उन्हें किसने फंड किया। इसका हैंडलर कौन है और कहां बैठा है। यह आगे कहां पैसों की सप्लाई कर रहा था। किसके पास पैसा भेजा जा रहा था। इन सभी पहलुओं की जांच की जा रही है।