वाड्रफ नगर(बलरामपुर) 21 नवम्बर।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि जिला बनने के सिर्फ पांच वर्ष के भीतर बलरामपुर-रामानुजगंज का तेजी से विकास होने लगा है।मैं अब यहां के पंच-सरपंचों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भी सीधे बात कर सकता हूं।
डॉ.सिंह आज यहां महामाया मंदिर प्रांगण में आयोजित सप्ताह व्यापी श्रीमद भागवत ज्ञान यज्ञ के समापन समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने इस मौके पर वाड्रफनगर जनपद पंचायत और बलरामपुर-रामानुजगंज जिले की जनता को लगभग 67 करोड़ 38 लाख रूपए के 52 निर्माण कार्यों की सौगात दी। उन्होंने इनमें से 55 करोड़ 25 लाख रूपए के 16 नये स्वीकृत निर्माण कार्यों का भूमिपूजन और 12 करोड़ 32 लाख रूपए के 36 पूर्ण हो चुके निर्माण कार्यों का लोकार्पण किया।
डा.सिंह ने कहा कि राज्य निर्माण के बाद हमारी सरकार ने वर्ष 2012 में प्रदेश के सभी गरीब परिवारों को भोजन का अधिकार दिलाने के लिए देश का पहला खाद्य सुरक्षा और पोषण सुरक्षा कानून बनाया। इस कानून के जरिए वाड्रफनगर सहित पूरे प्रदेश में सार्वजनिक वितरण प्रणाली की दुकानों से गरीबों को राशनकार्ड पर प्रति सदस्य सिर्फ एक रूपए किलों में सात किलो चावल और निःशुल्क आयोडीन नमक दिया जा रहा है। इतना ही नहीं, बल्कि वाड्रफनगर जैसे आदिवासी बहुल क्षेत्रों में गरीब परिवारों को हर महीने मात्र पांच रूपए किलो में दो किलो चना भी दिया जा रहा है।
उन्होने कहा कि इस योजना से जहां भूख की समस्या खत्म हुई है, वहीं कुपोषण को कम करने में भी काफी सफलता मिली है। वर्ष 2012 में बलरामपुर-रामानुजगंज जिले का निर्माण हुआ। इसके बाद सिर्फ पांच वर्ष के भीतर इस जिले में तेजी से विकास के अनेक नए कार्य हुए हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत जिले में चार हजार से ज्यादा परिवारों को पक्के मकान स्वीकृत किए गए हैं।समारोह को गृह मंत्री श्री रामसेवक पैकरा ने भी सम्बोधित किया।