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गृह मंत्री शाह ने राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) के कार्यालय का किया उद्घाटन

रायपुर 27 अगस्त।केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा हैं कि मोदी सरकार ने NIA को एक फेडरल क्राइम इन्वेस्टीगेशन एजेंसी के रूप में और सशक्त बनाने के लिए अनेक महत्त्वपूर्ण कदम उठाए हैं।

श्री शाह ने आज यहां राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) के कार्यालय का उद्घाटन करते हुए कहा कि NIA ने बहुत ही कम समय में अपने कार्य क्षेत्र के हर पहलू में उच्च बेंचमार्क स्थापित कर पूरे विश्व में एक प्रमुख Anti-Terror Investigation Agency के रूप में अपनी पहचान बनाई है।एनआईए ने दोषसिद्धि और कनविक्शन में गोल्ड स्टैंडर्ड स्थापित किए हैं एवं क़रीब 94% तक दोषसिद्धि हासिल की है और वो भी ऐसे मामलों में जहां साक्ष्य मिलना ही मुश्किल है।

उन्होने कहा कि मोदी सरकार ने वामपंथी उग्रवाद और जाली करेंसी तथा नारकोटिक्स समेत आतंकवाद से सभी अपराधों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है।मोदी सरकार जीरो टॉलरेंस नीति को और मजबूत बनाने के लिए राजनीति से ऊपर उठकर आतंकवाद संबंधी सारी सूचनाओं को राज्यों के साथ साझा करने और आतंकवाद विरोधी सभी कानूनों को पुख्ता और सख्त बनाने का काम कर रही है।

श्री शाह ने कहा कि 2019 के बाद सरकार ने एनआईए एक्ट और यूएपीए एक्ट में बहुत महत्वपूर्ण संशोधन किए हैं, आतंकवादी संगठनों को प्रतिबंधित करने और उन्हे आतंकवादी संगठन घोषित करने के साथ ही एनआईए को संगठनों के साथ-साथ व्यक्तियों को भी आतंकवादी घोषित करने का अधिकार दिया गया है। अब तक एनआईए ने 36 व्यक्तियों को आतंकवादी घोषित करने का काम किया है और इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी मान्यता प्राप्त हुई है।

उन्होने कहा कि मोदी सरकार देश में विगत 50 साल के अंदर हुई आतंकवादी घटनाओं की एफ़आईआर, उनका इन्वेस्टिगेशन और उनके बारे में सर्वोच्च न्यायालय तक के फैसले का एक डाटाबेस बनाने का काम कर रही है।मोदी सरकार बनने के बाद कश्मीर को पूर्णतया आतंकवाद मुक्त करने का प्रयास किया गया है, धारा 370 हटाने के बाद कश्मीर में शांति दिखाई पड़ती है और सुरक्षा एजेंसियों ने आतंकवादी गतिविधियों पर संपूर्ण वर्चस्व प्रस्थापित कर इन पर लगाम लगा दी है।मोदी सरकार ने वामपंथी उग्रवाद को भी मूल समेत उखाड़ने का संकल्प किया है, अब वामपंथी उग्रवाद बहुत कम जिलों में सिमट कर रह गया है।

इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह, केन्द्रीय मंत्री सुश्री रेणुका सिंह, एनआईए के महानिदेशक दिनकर गुप्ता और जाँच एजेंसी के वरिष्ठ अधिकारियों समेत अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।