- सरकारी संस्थान-154
- सहायता प्राप्त संस्थान-19
- प्राइवेट संंस्थान-1127
- ए ग्रुप-1,12442
- बी से के ग्रुप-7,085
- फॉर्मेसी-1,5153
खत्म हुआ पालीटेक्निक में दाखिले के लिए दो लाख विद्यार्थियों का इंतजार..
संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद की ओर से पहली बार सभी ट्रेडों की आनलाइन परीक्षा कराई गई और 18 जुलाई को परिणाम भी घोषित कर दिया गया। परीक्षा और परिणाम तो जल्दी निकल गया, लेकिन प्रवेश पूर्व काउंसिलिंग का इंतजार था। दो लाख विद्यार्थी काउंसिलिंग का इंतजार कर रहे हैं। बुधवार से काउंसिलिंंग शुरू हो गई है। अभ्यर्थियों को आनलाइन संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद की वेबसाइट jeecup.nic.in से होगी। अभ्यर्थी वेबसाइट से जानकारी ले सकते हैं।
सीटों का आवंटन पूराः प्राविधिक शिक्षा परिषद की ओर से निजी पालीेटेक्निक संस्थानों में सीटों का आवंटन नहीं हो पाया जिसकी वजह भी काउंसिलिंग में लेट होना है। तकनीकी शिक्षा परिषद की ओर से पालीटेक्निक की सीटें बढ़ाए जाने को लेकर भी मंथन किया जा रहा है। संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद के प्रभारी सचिव राम रतन ने बताया कि काउंसिलिंग में देरी जरूर हो रही है, लेकिन सीटों का आवंटन होने के साथ काउंसिलिंग बुधवार से शुरू होने की संभावना है।
विद्यार्थियों की पसंद है पालीटेक्निकः संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद की ओर से पालीटेक्निक प्रवेश को लेकर मध्यम वर्ग के विद्यार्थियों में अधिक उत्साह रहता है। हाईस्कूल के आधार पर प्रवेश परीक्षा होती है और कम खर्च में तीन साल में डिप्लोमा पूरा हो जाता है। जूनियर इंजीनियर के पद पर सरकारी व गैर सरकारी संस्थानों में नौकरी के अवसर मिलते हैं। राजकीय और सहायता प्राप्त संस्थानों में प्रवेश के लिए तो मारामारी रहती है। उच्च मेरिट वाले विद्यार्थियों को प्रवेश का अवसर मिलता है।
सीटें भरने की बढ़ेगी चुनौतीः हाईस्कूल पास करने के बाद प्रवेश लेने वाले अभ्यर्थी काउंसिलिंग में देरी की वजह से इंटर में प्रवेश लेने लगे हैं। ऐसे में काउंसिलिंग में देरी हुई तो सीटों को भरने की चुनौती भी संस्थानों के सामने होगी।
पालीटेक्निक पर एक नजर